बिहार के 42वें राज्यपाल के रूप में आरिफ मोहम्मद खान ने ली शपथ
पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कृष्ण विनोद चंद्रन ने दिलाई शपथ
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
आरिफ मोहम्मद खान ने बिहार के राज्यपाल के तौर पर गुरुवार सुबह शपथ ली. उन्हें पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के. विनोद चंद्रन ने शपथ दिलाई. ये शपथ ग्रहण समारोह राज्यभवन के राजेन्द्र मंडप में 11 बजे हुआ. पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद वो बिहार के नए राज्यपाल बन गए.आरिफ मोहम्मद ने राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की जगह ली. शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई और गणमान्य लोग वहां मौजूद रहे.
नए साल पर आरिफ मोहम्मद से मिले तेजस्वी यादव
नए वर्ष के मौके पर एक जनवरी को तेजस्वी यादव ने आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की और उन्हें नववर्ष की बधाई दी . तेजस्वी यादव ने इस मुलाकात की तस्वीर को अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘x’ पर भी साझा किया और कहा ‘बिहार के नवनियुक्त माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान जी से राजभवन में मुलाकात कर पदग्रहण और नववर्ष की बधाई दी’
नीतीश ने आर्लेकर को विदाई दी
31 दिसंबर यानी साल 2024 के आखिरी दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन में नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की थी और उन्हें शुभकामनाएं दी थी. इस दौरान केरल के नवनियुक्त राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने आर्लेकर को विदाई दी. इसकी तस्वीर राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर और नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘x’ पर शेयर की थी.
दरअसल कुछ दिन पहले कई राज्यों के राज्यपाल बदले गए थे, जिसमें केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया, तो वहीं बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल का राज्यपाल बनाया गया है
बिहार के 42वें राज्यपाल के रूप में आरिफ मोहम्मद खान ने शपथ ले ली है. पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कृष्ण विनोद चंद्रन ने उन्हें शपथ दिलाया. राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी CM, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित तमाम नेता उनके शपथ ग्रहण में शामिल हुए. उसके साथ ही नए राज्यपाल के 50 साल पुराने दोस्त भी इनके शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत किए.
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मूल रूप से UP के बुलंदशहर के रहने वाले हैं. अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. जानकारों का कहना है कि बिहार का राज्यपाल बनाने के पीछे भाजपा की सधी हुई रणनीति है. खान, कांग्रेस पार्टी में भी रह चुके हैं. उसके बाद बसपा में शामिल हुए फिर 2004 में भाजपा में शामिल हुए थे. बिहार के निवर्तमान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल भेज दिया गया है. बिहार को 26 साल बाद आरिफ़ मोहम्मद खान के रूप में मुस्लिम राज्यपाल मिला है. इससे पहले मुस्लिम समाज से किदवई 1998 तक राज्यपाल रहे थे.
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