बेंगलुरु में गायों के थन काटने पर हुआ बवाल
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
दोषियों को जल्द पकड़ो नहीं तो…’,
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भी इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया और बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद को मामले को सुलझाने का निर्देश दिया। इस घटना के कारण क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया। वहीं बीजेपी ने एलान किया कि अगर दोषियों को तुरंत नहीं पकड़ा गया तो वह ‘काली संक्रांति’ मनाएगी। अगर सरकार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहती है तो हम ‘काली संक्रांति’ मनाएंगे। रविवार को घटनास्थल का दौरा करने वाले कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने इसे ‘जेहादी मानसिकता’ का प्रदर्शन बताया था।
बीजेपी ने कड़ी निंदा
बीजेपी नेता विजयेंद्र ने कहा कि ‘गाय’ का अर्थ है सभी जीवित प्राणियों की माता। इस प्रकार हिंदू गाय को देवी मां के रूप में पूजते हैं और इसे कामधेनु कहते हैं। कर्नाटक की संस्कृति के महान पात्र पुण्यकोटि की कहानी दुनिया के हर कोने में फैल चुकी है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर गाय की पूजा करना इस त्योहार के उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे पावन अवसर पर बेंगलुरु के चामराजपेट में राक्षसी पापियों की ओर से गायों की हत्या का क्रूर, अमानवीय और जघन्य कृत्य जघन्य, अमानवीय और जघन्य है। इस कृत्य की बीजेपी कड़ी निंदा करती है।
जानिए पूरा प्रकरण
सूत्रों के अनुसार मवेशियों की आवाज सुनकर आस पास के लोग जाग गए। इसके बाद उन्होंने देखा कि मवेशी घायल अवस्था में खून से लथपथ पड़े हैं। मवेशियों की ये स्थिति देखने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। मामले पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। इस मामले में बीजेपी की ओर से कहा गया कि यदि सरकार कार्रवाई करने में विफल रही तो वह काली संक्रांति मनाएगी।
बीजेपी ने काली संक्रांति मनाने की दी चेतावनी