मेरी अमेरिका यात्रा को लेकर झूठ बोल रहे राहुल गांधी- विदेश मंत्री
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
क्या बोले थे राहुल गांधी?
दरअसल राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान दिए अपने संबोधन में कहा था कि विदेश मंत्री जयशंकर ने पीएम मोदी को निमंत्रण दिलाने के लिए कई बार अमेरिका का दौरा किया।अगर हमारे पास प्रोडक्शन सिस्टम होता और हम इन टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे होते, तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद आकर यहां प्रधानमंत्री को निमंत्रण देते।- राहुल गांधी
राहुल गांधी का इशारा डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर था। राहुल ने कहा कि ‘अगर अमेरिका की बात करें, तो अमेरिका के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण का निमंत्रण प्रधानमंत्री को दिलाने के लिए हम अपने विदेश मंत्री को नहीं भेजते। हम उन्हें 3-4 बार अमेरिका नहीं भेजते कि प्लीज हमारे प्रधानमंत्री को निमंत्रण भेजिए।’
जयशंकर ने दिया जवाब
एस जयशंकर ने कहा, ‘विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिसंबर 2024 के मेरे अमेरिका दौरे के बारे में जानबूझकर झूठ बोला। मैं बाइडन प्रशासन के विदेश मंत्री और एनएसए से मिलने गया था। साथ ही हमारे महावाणिज्य दूत की एक सभा की अध्यक्षता भी की।’
राहुल के बयान पर सरकार का एतराज
- राहुल के बयान पर लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। सदन में बैठे प्रधानमंत्री, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के नेतृत्व में भाजपा सांसदों ने राहुल की टिप्पणी पर कड़ा एतराज जताया और कहा कि राहुल देश की विदेश नीति से जुड़े ऐसे निराधार बयान नहीं दे सकते।
- राहुल के इस बयान पर भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताई। किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी कोई ठोस सबूत पेश करें।
- राहुल ने आगे कहा हम अपने विदेश मंत्री को तीन बार अमेरिका भेज चुके हैं ताकि प्रधानमंत्री को न्यौता मिले।
महाराष्ट्र के चुनाव पर फिर उठाए सवाल
राहुल बोले- बेरोजगारी न यूपीए मिटा पाई न एनडीए
इसके बाद राहुल ने कहा कि देश बेरोजगारी की समस्या से निपटने में विफल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि न तो यूपीए सरकार और न ही आज की एनडीए सरकार ने भारत के युवाओं को रोजगार के बारे में कोई स्पष्ट जवाब दिया है।
गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के मेक इन इंडिया अभियान के बावजूद भारत के मैन्यूफैक्चरिंग का हिस्सा 2014 में 15.3 प्रतिशत से गिरकर आज 12.6 प्रतिशत रह गया है। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री को दोष नहीं दे रहा हूं। यह कहना उचित नहीं होगा कि उन्होंने प्रयास नहीं किया। मेक इन इंडिया एक अच्छा विचार था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी विफल रहे।
राहुल बोले- मैन्यूफैक्चरिंग 60 साल के निचले स्तर पर
राहुल ने आगे कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग 60 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। राहुल ने फोन दिखाते हुए कहा कि हम कहते हैं कि ये भारत में बन रहे हैं, लेकिन इसके पार्ट चीन से आते हैं और सिर्फ असेंबल होते हैं। उन्होंने कहा कि हमने केवल कंजम्पशन पर फोकस किया, जिससे असामनता बढ़ी है।
राहुल के बयान पर जब संसद में मचा बवाल
- भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि चीन के मामले पर सेना और सरकार के बयान अलग है। चीन हमारी सीमा में घुसा हुआ है। सेना प्रमुख ने कहा है कि चीन हमारी सीमा में घुसा हुआ है। पीएम मोदी सेना की बात नहीं मानते हैं।
- राहुल के इस बयान पर भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताई। किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी कोई ठोस सबूत पेश करें।
- राहुल ने आगे कहा हम अपने विदेश मंत्री को तीन बार अमेरिका भेज चुके हैं ताकि प्रधानमंत्री को न्यौता मिले।