पीएम मोदी ने गुजरात में जंगल सफारी का लुत्फ उठाया
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री ने विश्व वन्यजीव दिवस पर शुभकामनाएं भी दीं और कहा, “आज, विश्व वन्यजीव दिवस पर, आइए हम अपने ग्रह की अविश्वसनीय जैव विविधता की रक्षा और संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएं. हर प्रजाति एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है – आइए आने वाली पीढ़ियों के लिए उनके भविष्य की रक्षा करें! हम वन्यजीवों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए भारत के योगदान पर भी गर्व करते हैं.”
वर्तमान में, एशियाई शेर गुजरात के 9 जिलों में 53 तालुकाओं में लगभग 30,000 वर्ग किलोमीटर में निवास करते हैं. राज्य सरकार ने इन राजसी जीवों के संरक्षण और अन्य वन्यजीव प्रजातियों की रक्षा के लिए कई पहल की हैं. इसके अतिरिक्त, एक राष्ट्रीय परियोजना के हिस्से के रूप में, जूनागढ़ जिले के न्यू पिपल्या में 20.24 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर वन्यजीवों के लिए एक राष्ट्रीय रेफरल केंद्र स्थापित किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने गुजरात दौरे के दौरान वनतारा वन्यजीव अस्पताल का दौरा कर पशु चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया। बता दें, इस अस्पताल में जानवरों के लिए एमआरआई, सीटी स्कैन, आईसीयू और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।
भारत में एक समय पर कैराकल की संख्या काफी ज्यादा थी, लेकिन अब यह गायब होते जा रहे हैं। वनतारा में कैराकल को प्रजनन कार्यक्रम के तहत पाला जाता है, फिर उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाता है।
केंद्र में जानवरों को मिलती हैं ये सुविधाएं
केंद्र में रेस्क्यू किए गए जानवरों को ऐसी जगह पर रखा जाता है जो करीब-करीब जंगल की तरह दिखता है। पीएम मोदी ने केंद्र के एमआरआई रूम और ऑपरेशन थिएटर का भी दौरा किया।
इस दौरान पीएम मोदी कई खूंखार जानवरों के काफी करीब भी गए थे। वह गोल्डन टाइगर के बिल्कुल सामने भी बैठे नजर आए थे। इसके साथ ही उन्होंने चार स्नो टाइगर्स, सफेद शेर और हिम तेंदुए को काफी करीब से देखा।
इसके अलावा, एक विज्ञप्ति के अनुसार, वन्यजीव ट्रैकिंग के लिए एक उच्च तकनीक निगरानी केंद्र और संरक्षण प्रयासों को मजबूत करने के लिए सासन में एक अत्याधुनिक अस्पताल भी स्थापित किया गया है. गुजरात सरकार ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए कई उपाय किए हैं. 2024 में, संरक्षित क्षेत्रों में गश्त करने और शेरों के आवासों की सुरक्षा के लिए गिर में 237 बीट गार्ड (162 पुरुष और 75 महिलाएं) की भर्ती की गई.
सासन गिर में एशियाई शेरों के संरक्षण और गिर क्षेत्र के समग्र विकास के लिए, गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 2007 में, उन्होंने जमीनी हकीकत का आकलन करने और जानकारी जुटाने के लिए व्यक्तिगत रूप से गिर के जंगल का दौरा किया. इसके बाद, उन्होंने गिर क्षेत्र के समग्र विकास, शेरों के संरक्षण और इसकी समृद्ध जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से परिवर्तनकारी पहल की अगुवाई की.
- यह भी पढ़े…….
- भारत के पास हथियार बेचकर कमाने का बड़ा अवसर,कैसे?
- राम मंदिर पर हमले की साजिश रचने वाला गिरफ्तार, ISI से है कनेक्शन
- महादलित बस्ती में आग लगने आठ झोपड़ी का घर जलकर खाक