रोड ऐक्सिडेंट में मृत शिक्षक राणा तिवारी तथा विक्रांत प्रियदर्शी के याद में कैंडल मार्च निकला गया
शिक्षकों ने मृत शिक्षकों के परिवार को सरकारी नौकरी एवं पच्चास पच्चास लाख रुपए मुआवजे की मांग किया
श्रीनारद मीडिया मनोज कुमार तिवारी, छपरा, सारण
सारण ज़िले के जलालपुर प्रखंड में शिक्षकों ने सड़क दुर्घटना में हुए मृत शिक्षक राणा तिवारी तथा विक्रांत प्रियदर्शी की दिव्य आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए केंडिल मार्च निकाला। शिक्षकों का जत्था बीआरसी जलालपुर से निकल कर प्रखंड मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक से मृत शिक्षक राणा तिवारी का फोटो एवं कैंडल लेकर पूरे बाजार होकर महेन्द्र मिश्र चौक पहुंचा जहां सरकार के नीति की भर्त्सना की गई। वही मृत शिक्षकों के आत्मा के शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
बताते चलें कि छपरा सिवान मुख्य मार्ग (एन एच 531) पर शनिवार को दाउदपुर ग्रामीण बैंक समीप ट्रक और बाइक के बीच दर्दनाक टक्कर हो गई जिसमें एक बाइक पर सवार दो शिक्षकों की मौत हो गई थी।
मृतक में जलालपुर गांव निवासी रमेश तिवारी के 35 वर्षीय शिक्षक पुत्र राणा तिवारी तथा दुसरा शिक्षक म0 वि० कोहरगढ़ एकमा मे कार्यरत शेरपुर निवासी सुरेन्द्र सिंह के पुत्र विक्रांत प्रियदर्शी की मृत्यु हो गई थी । आज उन दिव्य आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए केंडिल मार्च निकाला गया। वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव दिनेश कुमार सिंह ने अपनी बातों में कहें की सरकार की यह बहुत ही घटिया निति जो मोबाईल एप से हाजिरी बनाने के जल्दबाजी में ऐसी न जाने कितने ही शिक्षको ने अपने प्राणों की आहुती दे चुके है और भविष्य में भी ऐसी दुर्घटना की आशंका जतायी जा रही है।
उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा अगर ऑनलाईन हाजारी बनाने की नीति नहीं बदली तो इसका खमियाजा आने वालो समय मे सरकार को भुगलना पड़ेगा। .उन आत्माओ की अश्रुपूर्ण श्रद्धाजंली कैडिल मार्च के द्वारा दी गयी । वही मिडिया प्रभारी शिक्षक दिलीप कुमार सिंह और शिक्षक डा० राजेश यादव ने भी इन मुद्दो पर अपनी राय व्यक्त की । एवं मृत शिक्षकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी एवं पच्चास पच्चास लाख रुपए मुआवजे की अपनी मांग किया। वही मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने दस से चार बजे तक का जो समय निर्धारित किए थे.
उसको लागू किया जाय एवं ई शिक्षकोश एप को बंद किया जाए अन्यथा की स्थिति में बाध्य होकर शिक्षक संघ आंदोलन पर उतारू हो जाएगा।मृत शिक्षक के भाई पुष्पेंद्र तिवारी ने रोते बिलखते कहा कि जब शिक्षक घर से विद्यालय जाने के लिए निकलते है तो सरकार द्वारा आनलाइन हाजिरी बनाने के लिए अपने प्राणो को जोखिम मे डालकर विद्यालय पहुंचते हैं । जिसके कारण शिक्षक दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। उन्होंने सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि भयमुक्त शिक्षक ही बच्चों का भविष्य नहीं संवार सकते है ।
मौक़े पर उपस्थित प्रखंड मिडिया प्रभारी संजिव कुमार संजय,मनोज कुमार तिवारी,जिला मिडिया प्रभारी दिलीप कुमार सिंह, परिवर्तन कारी प्रारंभिक शिक्षक संघ जलालपुर प्रखंड के मिडिया प्रभारी परशुराम सिंह, शिक्षक नेता सुरेन्द्र राम, वीरेंद्र सिंह,धर्मनाथ सिंह,प्रशांत कुमार दुबे,अमित प्रकाश गिरी,मनोरमा देवी,आशा देवी,संजय यादव,संजय कुमार पाण्डेय, मिथिलेश कुमार सिंह, प्रमोद कुमार सिंह (बबलू सिंह),राजू कुमार,अनिल तिवारी ,प्रमोद पंडित,उत्तम कुमार साह,वरीय शिक्षक मनींद्र कुमार पांडेय,राजेश कुमार, अविनाश तिवारी,अमितेश कुमार तिवारी,वरुण कुमार,विनोद कुमार सिंह,मनीष कुमार सिंह,मनीष कुमार तथा काफी संख्या में शिक्षक उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित की हैं।
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