ब्राह्मण समाज के अधिकारों के लिए आगामी 29 सितंबर को सम्मेलन का होगा आयोजन
प्रेक्षा गृह में विप्रोन्नयन सम्मेलन को लेकर सभी तरह की तैयारियों को लेकर की गई समीक्षा: अध्यक्ष
श्रीनारद मीडिया, छपरा, (बिहार):
ब्राह्मण समाज जो भारतीय समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, अपने हक और अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए एकजुट हो रहा है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में आगामी 29 सितंबर को शहर के प्रेक्षा गृह में विप्रोन्नयन सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन का उद्देश्य समाज के सदस्यों को एकजुट करना, उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और आवश्यक कदम उठाने के लिए एक साझा मंच प्रदान करना है। उक्त बातें शहर के निजी होटल में सम्मेलन के अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया विजय कुमार विद्यार्थी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने यह भी कहा कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य ब्राह्मण समाज की समस्याओं और उनके अधिकारों को स्पष्ट रूप से उजागर करना है। क्योंकि समाज के सदस्य लंबे समय से विभिन्न प्रकार की भेदभावपूर्ण नीतियों और समाज में उनके योगदान को नजरअंदाज करने का सामना कर रहे हैं। सम्मेलन में ऐसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी जो ब्राह्मण समाज को प्रभावित कर रहे हैं, जैसे शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक स्थिति को लेकर जागरूकता पैदा करना है। ब्राह्मणों की संख्या 3.66 होने के बावजूद हमारा समाज अंतिम पायदान पर चला गया है। हम लोग यही चाहते हैं कि समाज के सदस्य अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझें। इसके अलावा, समाज में एकता को बढ़ावा देने के लिए चर्चा की जाएगी ताकि सभी एकजुट होकर अपने हक के लिए आवाज उठा सकें। इस एकता से समाज की शक्ति और प्रभाव में वृद्धि होगी, जो उनके अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक है।
इस सम्मेलन में सारण स्थानीय निकाय के पूर्व प्रत्याशी सह सामाजिक कार्यकर्ता सुधांशु रंजन पाण्डेय सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों, समाज के नेताओं और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है। ताकि वे लोग अपने अनुभवों और विचारों के माध्यम से ब्राह्मण समाज को प्रेरित करेंगे। इसके साथ ही सम्मेलन के बाद निकट भविष्य में विभिन्न स्तर पर कार्यशाला और सेमिनार का भी आयोजन किया जाना है। ब्राह्मण समाज का राजनीतिक महत्व भी इस सम्मेलन के मुख्य बिंदुओं में से एक है। अगर ब्राह्मण समाज अपनी राजनीतिक एकता को मजबूत कर लेता है, तो निश्चित रूप से अपने अधिकारों की रक्षा और समाज में अपनी भूमिका को पुनर्स्थापित कर सकते हैं। इस संबंध में सम्मेलन के दौरान राजनीतिक रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी और भविष्य की योजनाएं बनाई जाएंगी।
इस अवसर पर सम्मेलन के अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया विजय कुमार विद्यार्थी, सुभाष पाण्डेय, सुनील शास्त्री, मनोज बाबा, चुनमुन बाबा, सुमंत शास्त्री, विवेक विभूषित, शंभूनाथ द्विवेदी, जनक तिवारी, आदर्श तिवारी, भुवर बाबा, अभिषेक तिवारी, दिनेश्वर बाबा सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे
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