मशरक में अलग-अलग गांवों में मारपीट की घटनाओं में एक दर्जन घायल
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
सारण जिले के मशरक में अलग अलग मारपीट की घटनाओं में दर्जनभर लोग घायल हो गये। घायलों को मशरक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। जहाॅ से करीब आधे दर्जन घायलों की स्थिति नाजुक देख ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डाॅ अनंत नारायण कश्यप ने बेहतर इलाज हेतु छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। मशरक स्टेशन रोड में हुई मारपीट की घटना में आधे दर्जन लोग घायल हो गये।
घायलों में एक पक्ष के मशरक के राजलक्ष्मी मैरेज हाॅल के ब्यस्थापक अंटू सिंह एवं राजकुमार सिंह जबकि दूसरे पक्ष के मशरक स्टेशन रोड निवासी मदन सिंह 70 एवं उनकी पत्नी सुशीला देवी 65 तथा पुत्र राजेश कुमार सिंह 40, श्याम कुमार सिंह 35 बताया जाता है। सभी घायलों की स्थिति गंभीर देख चिकित्सक ने छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया है। घटना का कारण जमीनी विवाद होना बताया जाता है।
वही मशरक थाना क्षेत्र अंतर्गत सनकौली गांव में दो पक्ष के बीच हुई मारपीट में एक पक्ष के नगीना मांझी के 70वर्षीय पत्नी चुनमुना कुंवर एवं 25वर्षीय पुत्री रीना कुमारी जबकि दूसरे पक्ष के रामानंद मांझी के 45वर्षीय पत्नी मंजू देवी एवं 15वर्षीय पुत्री पायल कुमारी का इलाज मशरक सीएससी में चल रहा है। घटना का कारण आपसी विवाद होना बताया जाता है। वही बंगरा गांव में हुई मारपीट की घटना में एक महिला घायल हो गई जिसे मशरक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाॅ ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डाॅ अनंत नारायण कश्यप इलाज कर रहे है। घटना के बाद थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
मशरक के चैनपुर गांव में लगा नाइट ब्लड सर्वे अभियान
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
मशरक प्रखंड क्षेत्र के बंगरा पंचायत के चैनपुर गांव में सामुदायिक भवन के परिसर में फाइलेरिया नाइट ब्लड सर्वे अभियान की शुरुआत मुखिया ललिता देवी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक के प्रभारी डॉ संजय कुमार ने फीता काट कर किया। इस दौरान 300 लोगों का ब्लड सैंपल लिया गया। स्वास्थ्य प्रबंधक अमित कुमार, बीसीएम लव कुश कुमार,बीएमसी कुमुद रंजन,नेसाब आलम समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहें।
प्रभारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि रात्रि के समय में ही फाइलेरिया के जीवाणु सक्रिय हो जातें हैं इसी के कारण रात्री में जांच के लिए ब्लड सैंपल लिए गए। कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए प्रभारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि फाइलेरिया को हाथी पांव रोग भी कहा जाता है। ये रोग क्यूलेक्स मच्छर काटने की वजह से होता है। इस मच्छर के काटने से वुचेरेरिया बैनक्राफ्टी नाम के परजीवी शरीर में जाने से ये रोग होता है। वयस्क मच्छर छोटे-छोटे लार्वा को जन्म देता है। जिन्हें माइक्रो फाइलेरिया कहा जाता है।
ये मनुष्य के रक्त में रात के समय एक्टिव होता है। इस कारण स्वास्थ्य टीम रात में ही पीड़ित का ब्लड सैंपल लेते हैं। नाइट सर्वे में लिए गए रक्त के नमूने की जांच में ये पता किया जाता है कि मरीज के रक्त में परजीवी की संख्या कितनी है। जांच रिपोर्ट 48 घंटे में मिल जाएगी। इसके बाद मरीज का उपचार शुरू होगाइसके बाद मरीज का उपचार शुरू होगा। मरीज को 12 दिन की दवा चलती है, जो इस बीमारी के परजीवी को मार देती है। रोगियों को फाइलेरिया से बचाव के लिए रात को सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करने को कहा गया। इस प्रकार के रोगियों को दवा खाली पेट नहीं लेना चाहिए।
यह भी पढ़े
लूट कांड मामले में एक अपराधी गिरफ्तार, लूटी गई पिकअप बरामद
बेतिया से करोड़ों के चरस के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार, नेपाल से लेकर आ रहे थे सभी
औरंगाबाद जिला पुलिस की टाप टेन अपराधियों में शामिल बुल्ली गिरफ्तार, रौशन हत्याकांड में था शामिल
सीएम योगी का खराब मौसम के कारण अयोध्या दौरा कैंसिल, उड़ान नहीं भर सका हेलीकॉप्टर
बेगूसराय में अपराध की बड़ी घटना होने से बची, 10 बदमाश हथियार के साथ गिरफ्तार
छपरा चाकूबाजी मामले में मुजफ्फरपुर रेल एसपी ने किया खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार, दो की तलाश जारी
टोटो चालक को गोली मारने वाले 3 अपराधी असलहे के साथ गिरफ्तार
सीवान के लाल प्रशांत कुमार बने यूपी के नए पुलिस महानिदेशक