स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता का हुआ आयोजन।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी बिहार के गांधी भवन परिसर स्थित नारायणी कक्ष में राजभाषा प्रकोष्ठ तथा हिंदी साहित्य सभा द्वारा हिंदी पखवाड़ा-2023 के अंतर्गत स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हिंदी विभागाध्यक्ष और राजभाषा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ.अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने संस्कृत के श्लोक का उद्धरण देते हुए कहा कि संसार रूपी वृक्ष के दो ही मधुर फल हैं,एक तो सज्जनों की संगति और दूसरा काव्यानंद। कविता भाषा की सबसे समर्थ अभिव्यक्ति है।
कार्यक्रम की संयोजक हिंदी विभाग की सहायक आचार्य डाॅ.आशा मीणा ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि कविता कविता का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। यह हमें मनुष्य बनाती है। निर्णायक मंडल की सदस्य समाज अध्ययन विभाग की सहायक आचार्य डॉ. श्वेता ने प्रतिभागियों की कविताओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारे अंदर हजार प्रकार के द्वन्द हैं जिसे हम कलम से उकेरते है। यही कविता है।
कविता को कागज़ में ही नहीं,अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। निर्णायक मंडल की एक अन्य सदस्य अंग्रेजी विभाग की सहायक आचार्य डॉ. कल्याणी हाजरी ने कहा कि कविता हमारी जीवंतता का प्रमाण है, इसके माध्यम से जीवन के विविध पहलुओं को देखा जा सकता है।
कार्यक्रम के आरंभ में सभी अतिथियों को पादप भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन शोधार्थी प्रमिला देवी ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन शोधार्थी श्री प्रकाश ने किया। इस स्वरचित काव्य पाठ में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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