जयराम महिला पॉलिटेक्निक में दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
मजबूत बौद्धिक संपदा अधिकार कानून अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करता है : डा. दिनेश सिंह
श्रीनारद मीडिया, वैध पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा
देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ग्रामीण आंचल की कन्याओं को उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से गतिमान सेठ हरिबक्श लोहिया जयराम महिला पॉलिटेक्निक लोहार माजरा में एनबीए मान्यता और बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर दो दिवस कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जयराम महिला पॉलिटेक्निक में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) मार्गदर्शन योजना के अंतर्गत आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला कार्यशाला में छात्राओं ने भी काफी उत्साह दिखाया। इस कार्यशाला का आयोजन सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा महेंद्रगढ़ द्वारा किया गया। कार्यशाला में 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला में प्रथम दिन के वक्ता डा. दिनेश सिंह प्रोफेसर दीनबंधु छोटू राम यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मुरथल और डा. नितिन गोयल सहायक प्रोफेसर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा ने बौद्धिक संपदा अधिकार पर अपने विचार सांझा किए। इस कार्यशाला के दौरान वक्ताओं ने कहा कि मजबूत बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) कानून, कंपनियों और व्यक्तियों को अनुसंधान और विकास में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है। आईपीआर रचनाकारों को उनके काम पर विशेष अधिकार देता है।
इससे उन्हें अपने आविष्कारों और रचनात्मक कार्यों से आर्थिक रूप से लाभ कमाने में मदद मिलती है। दूसरे दिन के मुख्य वक्ता डा. प्रदीप कुमार प्रोफेसर ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और डा. राकेश कुमार प्रोफेसर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा ने एनबीए मान्यता पर अपने विचार प्रकट किए।
कार्यशाला के समापन पर जयराम महिला पॉलिटेक्निक की प्रिंसिपल मनप्रीत कौर और जयराम सैनिक स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर सुरेश कुमार सुरेश कुमार ने सभी अतिथियों एवं विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया गया।
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