डायन होने का आरोप लगाकर एक महिला को जिंदा जला दिया गया
श्रीनारद मीडिया,स्टेट डेस्क
बिहार के नवादा में डायन होने का आरोप लगाकर एक महिला को जिंदा जला दिया गया। जान बचाने को महिला बगल के तालाब में कूद गई। इसके बाद उसकी गर्दन रेत दी गई और सिर पत्थर से कूच दिया गया। घटना को करीब पचास लोगों ने मिलकर अंजाम दिया। यह क्रूरतम घटना रजौली थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती जंगली क्षेत्र के सवैयाटांड़ पंचायत की चटकरी-गोरियाडीह गांव की है। इससे पहले महिला पर डायन होने का आरोप लगा सजा देने को लेकर गांव में पंचायती हुई थी। बताया जा रहा है कि पंचायत ने ही महिला की गैर मौजूदगी में उसके लिए मौत का फरमान सुना दिया था। देर शाम पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच शव जब्त कर लिया है। थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी ने बताया कि मामले में कुल 22 लोग हिरासत में लिए गए हैं। इनमें 14 महिला व आठ पुरुष हैं।
मार डाली गई महिला दो पुत्र व एक पुत्री की मां थी। तीन दिन पहले पास के गोरियाडीह टोले के सोहर ङ्क्षसह के पुत्र बब्लू ङ्क्षसह की मौत हो गई थी। उनकी पत्नी भी अस्वस्थ चल रही थीं। स्वजन इसके लिए इसी महिला टोना-टोटका का दोषी मान रहे थे। इस मुद्दे पर गुरुवार को गांव में बकायदा पंचायत बैठी। पंचायत से मौत का फरमान सुनाए जाने के बाद लगभग तीन बजे मृतक बब्लू सिंह के भाई विजय सिंह एवं उसके साथ रहे अन्य लोगों ने महिला को उसके घर में ढूंढा। वह नहीं मिली। इसी बीच इन लोगों को महिला अपने बीमार बच्चे का इलाज करा सड़क से लौटती दिखाई दी। लोगों ने उसे घेर लिया और पेट्रोल एवं केरोसिन छिड़क आग लगा दी। शरीर में आग लगने के बाद महिला भागती हुई नजदीक के तालाब में जा कूदी। तब दो लोग तालाब में कूदे और उसकी गर्दन रेत दी, फिर पत्थर से उसका सिर कूच डाला। सरिता के स्वजन बचाने लगे तो उनकी भी पिटाई कर दी। सरिता की बहन शरीफा देवी व बहनोई गौतम सिंह ने रजौली थाना पहुंचकर पुलिस को घटना की सूचना दी। एसपी डीएस सावलाराम ने कहा कि घटना क्रूरतम है। 22 लोग हिरासत में लिए गए हैं। जो भी दोषी होंगे बख्शे नहीं जाएंगे। जन पंचायत की भूमिका की भी जांच की जाएगी।