दो वजाइना और दो गर्भाशय वाली महिला ने यह काम कर पूरी दुनिया को चौंकाया! 

दो वजाइना और दो गर्भाशय वाली महिला ने यह काम कर पूरी दुनिया को चौंकाया!

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया,सेंट्रल डेस्‍क:

 

मां बनना महिला के लिए दुनिया का सबसे बड़ा सुख होता है. प्रेग्नेंसी कंसीव करने से लेकर बच्चे को जन्म देने तक एक मां को काफी मुश्किल भरे हालातों से गुजरना पड़ता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि जब कोई महिला बच्चे को जन्म देती है तो उसे 20 हड्डियों के एक साथ टूटने जितना दर्द होता है.

कई बार प्रसव के दौरान कुछ कॉम्प्लिकेशंस आ जाते हैं, जिससे बच्चे को जन्म देना और भी मुश्किल हो जाता है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला की 2 योनि, 2 गर्भाशय और 2 बच्‍चेदानी के मुंह (सर्विक्‍स) थे.

इस महिला को प्रसव के दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इन मुश्किलों से उबरने में डॉक्टर्स की टीम ने उनकी मदद की और कुछ समय पहले महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. 23 की उम्र में पता चला इस स्थिति का 2 योनि के साथ पैदा हुई इस महिला का नाम स्टेफनी हैक्सटन है और उनके पार्टनर का नाम बेन लुएड्टके है.

स्टेफनी अलास्का की रहने वाली हैं और उनकी उम्र 29 साल है. स्टेफनी को 23 साल की उम्र में जब प्राइवेट पार्ट में दर्द हुआ तो वे डॉक्टर के पास गई थीं. तब उन्हें अपनी इस स्थिति का पता लगा था. स्टेफनी को जब से इस बारे में पता लगा तो उसके बाद से उन्हें हमेशा डर लगा रहता था कि वे कभी मां नहीं बन पाएंगी. लेकिन कुछ समय पहले उन्होंने बेटी को जन्म दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी बेटी केवल उनके बाएं गर्भाशय में बढ़ी हुई थी, जिसके कारण उनका बेबी बंप भी असामान्य था. इस समस्या को यूटेरस डिडेलफिस कहा जाता है

. 5 हजार में से 1 महिला को होता है यूटेरस डिडेलफिस    यूटेरस डिडेलफिस शब्द उस महिला के लिए प्रयोग किया जाता है, जिनके 2 गर्भाशय होते हैं. यह काफी दुर्लभ स्थिति होती है, जिसमें महिलाओं में 2 गर्भाशय या 2 योनि हो सकते हैं. जैसा कि स्टेफनी के मामले में था. यह स्थिति 5 हजार महिलाओं में से 1 को प्रभावित करती है. इस स्थिति के कारण गर्भपात या समय से पहले जन्म का जोखिम बढ़ जाता है क्योंकि गर्भाशय का आकार छोटा हो जाता है.इस स्थिति में गर्भ धारण करना कठिन हो सकता है, क्योंकि कभी-कभी गर्भाशय की भीतरी दीवार को ढकने वाले टिश्यू पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते.

अगर कोई इस स्थिति से गुजरता है तो बच्चे के जन्म के लिए सी-सेक्शन किया जाता है. लेकिन इस स्थिति में स्टेफनी ने नेचुरल तरीके से बच्चे को जन्म दिया है. जोखिम भरी थी प्रेग्नेंसीजानकारी के मुताबिक, स्टेफनी को अपने मां बनने की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी. पहले बार जब वे 27 साल की उम्र में प्रेग्नेंट हुई तो उनका गर्भपात हो गया. इसके बाद फिर से कुछ समय बाद उन्हें पता चला कि वे फिर से मां बनने वाली हैं. मुश्किलों से बचने के लिए उन्होंने जब डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने कहा कि स्टेफनी को प्रेग्नेंसी के समय काफी जोखिम का सामना करना पड़ेगा. इसके साथ ही उनकी बच्ची उनके बाएं गर्भाशय में थी, जिसका आकार काफी छोटा था. इस कारण बच्ची के पूरी तरह विकसित होने की उम्मीद भी काफी कम बताई जा रही थी. लेकिन जब उसका जन्म हुआ तो वह पूरी तरह से स्वस्थ है और अभी 8 महीने की हो गई है.

गर्भाशय डिडेलफिस क्या है (What is uterus didelphys)यूटेरस डिडेलफिस, जिसे डबल यूटरस के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है जहां एक महिला 2 गर्भाशय, 2 अलग-अलग गर्भाशय के मुंह और कभी-कभी 2 योनि के साथ पैदा होती है. इसके बारे में पता करने के लिए फिजिकल टेस्ट या अल्ट्रासाउंड कराया जाता है.

यह भी पढ़े

 मशरक  की खबरें :  थाना को महिला हेल्प डेस्क का इंतजार ,आम महिलाओं को पुलिस अधीक्षक से लगी आस

देसी कट्टा व कारतूस के साथ एक युवक गिरफ्तार

महम्‍मदपुर की खबरें – लाठी डंडा और रड से मारपीट कर एक दंपति को गंभीर रूप से घायल कर दिया 

भारत स्काउट गाइड का प्रशिक्षण शिविर

Leave a Reply

error: Content is protected !!