लिच्छवी एक्सप्रेस के इंजन पर चढ़ा युवक, करंट लगने से हुई मौत.
ससुराल वालों ने दबा दिया विवाहिता का गला.
खाना खिलाने के बहाने दोस्त को घर बुलाया, फिर ले ली जान.
बारात निकलने से पहले ही उठी दूल्हे की अर्थी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
छपरा-गोरखपुर रेलखंड के जीरादेई स्टेशन पर शनिवार को एक अजीबो-गरीब घटना घटी। स्टेशन पर रूकी लिच्छवी एक्सप्रेस के इंजन पर सुबह के करीब दस बजकर दस मिनट पर एक युवक अचानक चढ़ गया। फलस्वरुप वह ओएचई वायर के संपर्क में आ गया और घायल होकर इंजन की छत पर ही गिर गया। इधर इस खबर की जानकारी होने पर रेलकर्मियों के होश उड़ गए और आनन-फानन में युवक को उतारने को लेकर कवायद शुरू की गयी।
कुछ ही देर बाद घटनास्थल पर टावर वैगन पहुंची और सुबह 10:30 से 10:50 बजे तक पावर ब्लॉक लेकर इंजन से घायल युवक को उक्त ट्रेन के स्र्कोंटग पार्टी के हेड कांस्टेबल शंभूनाथ पंडित, कांस्टेबल राजू यादव, प्रशांत शर्मा व अन्य के सहयोग से नीचे उतारा गया। प्राथमिक इलाज देने के बाद उसे बेहतर इलाज को लेकर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इधर हालत देखते हुए डॉक्टर ने उसे पटना रेफर कर दिया जिसके बाद रास्ते में ही वह दम तोड़ दिया। युवक सारण जिले के दाउदपुर थाना क्षेत्र के हरिपुरा निवासी मनोज कुमार सिंह का 21 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार सिंह था। मृतक के पिता के अनुसार आशीष मानसिक रूप से बीमार था और उनका इलाज मनोचिकित्सक से कराई जा रही थी।
औरंगाबाद जिले के जमहोर थाना स्थित गांव में शनिवार को एक विवाहिता शोभा देवी की गला दबाकर हत्या कर दी गई। घटना की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने पति सहित आठ लोगों पर प्राथिमिकी दर्ज कर अभियुक्त बनाया है।
प्रभारी थानाध्यक्ष प्रभुनाथ प्रकाश ने बताया कि शनिवार को मृतका के भाई रोहतास जिला के अमझौरा थाना के रमडिहरा निवासी सोनू कुमार के द्वारा एक आवेदन दिया गया है जिसमें पति आजाद कुमार गुप्ता, मां, बहन सहित आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है।
आवेदन में कहा गया है कि उन्होंने अपनी बहन की शादी दो वर्ष पहले हिंदू रिति रिवाज के अनुसार उपहार स्वरुप नगद एवं सामान देकर शादी की थी। शादी के कुछ दिन बाद ही ससुराल पक्ष के द्वारा दहेज की मांग की जा रही थी और बहन को प्रताड़ित किया जा रहा था।
कई बार समझौता कराने की कोशिश की गई लेकिन ससुराल पक्ष के द्वारा नहीं माना गया और शनिवार को उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई है। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया है कि घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
बिहार के मधेपुरा के परमानपुर ओपी क्षेत्र में खाना खिलाने के बहाने बुलाकर दोस्तों ने शनिवार की रात एक युवक की हत्या कर दी। मृतक की पहचान भतरंधा वार्ड आठ निवासी अनुज कुमार (30) के रूप में की गयी। भतरंधा- बिशनपुर के बीच बांस बिट्टी में उसका शव पड़ा मिला। घटना से आक्रोशित लोगों ने एक कार को आग के हवाले कर दिया। मृतक के पिता ने तीन नामजद सहित अन्य के खिलाफ थाना में आवेदन दिया है।
मृतक के पिता पूर्व प्रमुख सिकेन्द्र यादव ने थाना में दिए आवेदन में बताया है कि त्रिभुवन यादव, सरोज कुमार और रामप्रवेश कुमार शनिवार की रात कार पर सवार हो उनके दरवाजे पर पहुंचे और अनुज को मांस खाने के लिए साथ चलने को कहा। अनुज ने खाना खाने के समय आने के बात कहकर उन तीनों को वापस कर दिया। उसके बाद फिर अनुज को फोन कर खाना तैयार होने की बात की तो अनुज खाने के निकल गया। इसके बाद साढ़े सात बजे अनुज के मोबाइल पर दो बार कॉल किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। बाद में उसका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा।
जब रामप्रवेश के मोबाइल पर फोन किया तो उसने अनुज के विषय में कोई ठोस जानकारी नहीं दी। थोड़ी देर बाद त्रिभुवन यादव ने फोन कर बताया कि अनुज बंसबिट्टी के पास बाइक से दुर्घटना का शिकार हो गया है। घटना स्थल के पास पंहुचे तो अनुज जमीन पर पड़ा था। अनुज के तीनों दोस्तों के अलावा चार अज्ञात लोग वहां मौजूद थे। जब परिजनों ने तीनों पर हत्या का आरोप लगाया तो सभी स्कार्पियो पर सवार होकर भाग निकले।
उन लोगों ने एक कार को घटना स्थल पर छोड़ गए जिसे आक्रोशित लोगों ने आग के हवाले कर दिया। परिजन अनुज को सहरसा के निजी अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
सच ही कहा जाता है कि कब किसके साथ कौन सी अनहोनी हो जाये, कोई नहीं जानता। यह भी कोई जरूरी नहीं कि बड़े हादसे ही लोगों की जान लेते हैं, बल्कि संयोग अच्छा नहीं हो तो छोटी दुर्घटना भी जान ले लेती है। भोजपुर के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के स्थानीय उदवंतनगर गांव के रहने वाले गोरख सिंह के 23 वर्षीय पुत्र अमित कुमार उर्फ चुन्नु के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। उसकी शादी होने वाली थी।
बीते 28 अप्रैल को उसका तिलक समारोह हुआ था और शुक्रवार को हल्दी की रस्म भी पूरी कर ली गई थी। दो मई को कोईलवर के सुंदरा गांव बारात जाने वाली थी, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। शुक्रवार की रात खाना खाने के बाद अमित अपने घर में चौकी पर सोया था। रात में अचानक वह चौकी से निचे गिर गया। इसमें उसके सिर में चोट लग गई। इलाज के लिए आरा से पटना जाना पड़ गया।
लेकिन छोटी सी दुर्घटना ने चुन्नु की जान ले ली। उसकी मौत शनिवार को इलाज के दौरान पटना में हो गई। मौत की खबर से घर में कोहराम मच गया। गांव व ससुराल में सनसनी फैल गई। मृतक चुन्नु अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। उसके पिता गोरख सिंह अपने गांव में ही किराना की छोटी सी दुकान चलाते हैं।
बड़ी बहन की शादी पहले ही हो गई है। शव का अंतिम संस्कार आरा के गांगी घाट पर किया गया। मां व बहन सहित अन्य परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। उधर, सुंदरा गांव स्थित लड़की पक्ष में भी मातम का माहौल है।
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