बिहार में ट्रेन पकड़ने जा रहा युवक नाले में गिरकर मौत.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर में दर्दनाक वाकया सामने आया है। दरअसल शहर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के बटलर रोड स्थित खूले नाले में गिरने से एक युवक की मौत हो गई। रातभर वह नाला में पड़ा रहा जिसकी जानकारी किसी को नहीं हुई। बुधवार को खोजबीन के दौरान परिजनों को उसका शव नाला के पानी में मिला। परिजन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजी।
दोपहर बाद पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने युवक के शव को परिजनों को सौंप दिया। सकरा थाना के रायपुर निवासी मृतक सुजीत राय (27) के पिता जगदीश राय ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह का खुलासा हो सकेगा। पिता के मुताबिक, वह प्रतिदिन ट्रेन से छाता चौक मजदूरी के काम की तलाश में अपने साथियों के साथ आता था। मंगलवार को भी शहर आया था। काम भी किया। शाम में ट्रेन पकड़ने के लिए चला था। लेकिन, वह बटलर के पास एक चापाकल पर हाथ-पैर धाने के लिए रुक गया।
उसके साथी निकल गए। वे लोग घर भी चले गए। जब वह लोग गांव पहुंचे तो जगदीश राय ने सुजीत के संबंध में उनलोगों से पूछताछ की। उनलोगों ने बताया कि वह बटलर के पास एक चापाकल के पास रुक गया था। इसके बाद उनलोगों से मुलाकात नहीं हो सकी।
सुबह में खोजबीन करने पहुंचे परिजन:
पिता जगदीश राय ने बताया कि वे लोग बुधवार की सुबह अपने दूसरे बेटा अमरजीत राय व अन्य के साथ सुजीत की खोजबीन के लिए सबसे पहले स्टेशन पहुंचे। रेलवे लाइन व उसके आसपास खोजा। इसके बाद स्टेशन से लेकर छाता चौक तक 10 बार खोजबीन की। जीआरपी में जाकर पूछताछ की। इसके बाद सभी बटरल के पास एक चापाकल पर गये। बटरल रोड स्थित तीन चापाकल पर गए। तीसरे चापाकल जो बटरल के पास था। उसपर भी गए। नाले में छांकर देखा तो एक चप्पल दिखा। इसके बाद और करीब जाकर देखा तो पैर दिखाई दी। फिर इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस आयी और उनलोगों की मदद से शव निकाला गया। परिजन को आशंका है कि हाथ पैर धोने के दौरान उसका पैर फीसल गया होगा और वह नाली में गिर कर मर गया।
गांव में शव पहुंचते मचा कोहराम
सकरा। रायपुर दुबहा गांव में बुधवार के शाम मजदूर सुजीत राय का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजनों की चीख पुकार से गांव में मातम पसर गया। सुजीत जगदीश राय के चार पुत्रों में सबसे छोटा था। उसकी दो वर्ष पहले शादी हुई थी। एक पुत्री है। घर की आर्थिक हालत खराब होने के कारण वह शहर जाकर मजदूरी करता था। शाम में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।