अब्रेले मिस और मिसेज इंडिया 2024: सर्टिफिकेशन अवॉर्ड में सुंदरता और सशक्तिकरण का अद्वितीय जश्न

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श्रीनारद मीडिया, पटना (बिहार):


बिहार की  राजधानी पटना के कासा पिकोला रेस्टोरेंट में अब्रेले मिस और मिसेज इंडिया 2024 सर्टिफिकेशन अवॉर्ड का आयोजन नरुलाज एंड कंपनी द्वारा भव्य तरीके से किया गया। इस शानदार कार्यक्रम ने सुंदरता, गरिमा और महिलाओं की शक्ति का एक अनूठा प्रदर्शन प्रस्तुत किया, जिसमें कई प्रमुख हस्तियों और गणमान्य मेहमानों ने भाग लिया।

इस अवसर पर, अब्रेले मिस और मिसेज इंडिया 2024, 15 सितंबर को आयोजित पेजेंट के विजेताओं को सर्टिफिकेशन अवॉर्ड प्रदान किया गया। समारोह में उपस्थित सभी लोग इस बात के गवाह बने कि कैसे प्रतिभागियों ने न केवल अपनी खूबसूरती बल्कि साहस और उद्देश्य के साथ भीड़ में अपनी पहचान बनाई।

मिस श्रेणी में, कुमारी रूपा ने विजेता का खिताब अपने नाम किया, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ. अमृता स्वराज ने प्रथम उपविजेता का खिताब जीता, जबकि अनुराधा रॉय ने द्वितीय उपविजेता के रूप में अपनी पहचान बनाई। इन सभी प्रतिभागियों ने अपनी विशेषताओं और आत्मविश्वास के साथ इस मंच पर अपनी जगह बनाई।

मिसेज श्रेणी में, डॉ. राउत कविता अनील को विजेता के रूप में सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने अनुभव और ज्ञान से सभी को प्रेरित किया। डॉ. लक्ष्मी ने द्वितीय उपविजेता का खिताब जीता, उनके अद्वितीय दृष्टिकोण और सामर्थ्य ने उन्हें इस प्रतिस्पर्धा में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

इस कार्यक्रम में रोशनी वेलफेयर फाउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट के निदेशक राजेश जैसवाल,यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ इंडिया के उपसंपादक प्रेम कुमार, समीना, डॉ. नीसस, और मनीष सिंह भी उपस्थित थे। उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक उत्थान की भूमिका के बारे में जानकारी साझा की।

, नरुलाज एंड कंपनी की संस्थापक और निदेशक, डॉ. शिखा नरुलाने कार्यक्रम के दौरान अपने गर्व का इजहार करते हुए कहा, “यह मंच केवल सुंदरता का उत्सव नहीं है; यह महिलाओं को अपने सपनों को साकार करने और समाज में सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रेरित करने का एक माध्यम है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए ऐसे कार्यक्रम आवश्यक हैं जो उन्हें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरित करें।

यह अवॉर्ड महिलाओं की शक्ति और गरिमा का सच्चा उदाहरण था, जिसने सभी उपस्थित लोगों को प्रेरित किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी ने एकत्रित होकर इस विचार का जश्न मनाया कि महिलाएं केवल सुंदरता का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि वे समाज में बदलाव लाने की क्षमता भी रखती हैं। इस आयोजन ने सभी को यह याद दिलाया कि हर महिला में एक अद्भुत शक्ति होती है, जिसे पहचानना और उसे विकसित करना आवश्यक है।

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