इंडो-नेपाल बॉर्डर पर अतिरिक्त फोर्स होगी तैनात,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
इंडो-नेपाल सरहद पर निगहबानी और अधिक कड़ी होगी और चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए गृह मंत्रालय के द्वारा अतिरिक्त फोर्स तैनात करने का आदेश दिया गया है। सरहद के पास संदिग्ध लोगों की आवाजाही दिखने के बाद इस मामले की खुफिया रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी गई थी। इसके आलोक में अतिरिक्त फोर्स इंडो- नेपाल बॉर्डर पर भेजने की तैयारी गृह मंत्रालय के द्वारा कर ली गई है।
लगातार नेपाल में चीन की दखलअंदाजी बढ़ने के बाद भी आए दिन नेपाल की सेना के द्वारा नए-नए हरकत भारत के खिलाफ किए जा रहे हैं। इसकी वजह से पिछले कई माह से इंडो- नेपाल बॉर्डर पर दोनों देशों के रिश्ते के बीच तल्खी है। इसका असर सीमाई इलाके पर बसे लोगों के जीवन यापन और रहन-सहन पर भी अब स्पष्ट रूप से पड़ना शुरू हो गया है। हालांकि सीमाई इलाके के लोगों को अब भी उम्मीद है कि नेपाल पूर्व की तरह ही भारत के साथ दोस्ताना संबंध रखकर बेटी रोटी के रिश्ते को निभाएगा, लेकिन नेपाल की लगातार की जा रही गलती और अन्य मामले को लेकर गृह मंत्रालय के द्वारा इस पर कड़ी निगाह रखी जा रही है।
कई पिलर गायब तो कई टूटे
अररिया, सुपौल और सीतामढ़ी के कई जगहों पर सैकड़ों की संख्या में इंडो – नेपाल पर सीमांकन के लिए लगाए गए पिलर गायब हैं । इनमें से कई पिलर जर्जर स्थिति में पहुंच गए हैं । इसके वजह से अक्सर इस पिलर के आसपास लोगों के द्वारा अवैध तरीके से दुकान और मकान बना लिया गया है । अक्सर ऐसे में सीमांकन का विवाद रह-रहकर गहराता रहता है । कई तरह के संदिग्ध गतिविधि देखी जाती है । दोनों तरफ की सरहद पर आवासीय घर रहने की वजह से कुछ विशेष कार्रवाई फोर्स नहीं कर पाती है और इसका फायदा असामाजिक तत्वों के द्वारा उठाया जाता है।
अक्सर कई तरह के संदिग्ध सामानों की आवाजाही इस पार से उस पार कर ली जाती है। हालांकि नेपाल सरकार की ओर से जारी किए गए नक्शे ने भी हाल के दिनों में विवाद खड़ा कर दिया है। उनके द्वारा कई इलाकों के पिलर की चर्चा भी नहीं की गयी है और इस वजह से लिंपिया , धूरा , सोनबरसा परिहार मिरगंज और विटामोड़ नेपाल के इलाके में रहने वाले लोग असमंजस की स्थिति में पड़ गए हैं कि आखिर सही मायने में नेपाल के द्वारा जारी किए गए नक्शा की हकीकत क्या है। इनमें से कितने पिलर गायब हैं और कितना टूटा हुआ है। इसकी कोई सटीक जानकारी किसी भी पदाधिकारी के पास नहीं है।
कोविड के बहाने नेपाल लगातार बना रहा है आस्थाई पोस्ट
बताया जाता है कि नेपाल कोविड-19 बहाना बनाकर सीमाई इलाकों के आसपास सैकड़ों की संख्या में अस्थाई चेक पोस्ट बना लिया है । उसमें भारी मात्रा में फोर्स की तैनाती करके रखा हुआ है । अक्सर सीमा के पार संदिग्ध लोगों की भी आवाजाही देखे जाने की सूचना मिलती रहती है। वहां के पल-पल की जानकारी खुफिया विभाग के द्वारा जुटाई जा रही है और इस आशय की सूचना भी समय-समय पर गृह मंत्रालय को भेजी जा रही है।
बताया जाता है कि लगातार नेपाल के द्वारा कोविड-19 के बहाने अस्थाई चेकपोस्ट बनाए जाने को लेकर भारतीय फौज भी चौकन्ना है और उसके जवाब में कई अन्य तरह की आंतरिक तैयारी की जा रही है। बताया जाता है कि नेपाल के द्वारा कई जगहों पर अस्थाई रूप से भी चेकपोस्ट का निर्माण कर लिया है । जिसमें भारी संख्या में नेपाली फोर्स की तैनाती 24 घंटे रहती है । इस तरह की तमाम संदिग्ध गतिविधियों पर भारतीय खुफिया एजेंसी और गृह मंत्रालय की नजर भी बनी हुई है।
फुलकहा बॉर्डर पर हो चुकी है गोलीबारी
बॉर्डर के विवाद को लेकर पिछले वर्ष में अररिया जिला के फूलकाहा बॉर्डर पर गोलीबारी की घटना हो चुकी है, जिसमें एक नागरिक की भी मौत घटनास्थल पर ही गोली लगने से हो गई थी। इसके बाद दोनों इलाके के लोग उग्र हो गए थे और इस वजह से कई दिनों तक स्थिति चिंताजनक बनी हुई थी। हालांकि बाद में एसएसबी के अधिकारियों के द्वारा दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बैठक कर मामले को शांत कराया गया था ।
बार्डर पर बढ़ाई गई चौकसी : डीआईजी
एसएसबी के डीआईजी एसके सारंगी ने बताया कि पिलर गायब होने टूटने एवं अन्य मामलों को लेकर कई बार उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है । सरकार के द्वारा सीमांकन करवाने का भी निर्णय लिया गया है, जिसकी कार्य योजना विदेश मंत्रालय के द्वारा की जा रही है। हाल के दिनों में नेपाल में चीन की दखलअंदाजी बढ़ी है इस वजह से नेपाल के सीमा पर काफी चौकसी बढ़ा दी गई है । अतिरिक्त फोर्स की भी तैनाती लगातार की जा रही है । इस मामले पर लगातार गृह मंत्रालय की नजर भी बनी हुई है।
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