अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में अफगानी सूखे मेवे का स्वाद ”कसैला” हो गया है,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में अफगानी सूखे मेवे खरीदने आ रहे दर्शकों एवं व्यापारियों का स्वाद भी ”कसैला” गया है। इन मेवों के विक्रेताओं का कहना है कि नई सरकार आने के बाद सामान सीधे अफगानिस्तान की बजाए पाकिस्तान के रास्ते भारत लाया जा रहा है। इससे इन मेवों की कीमत 35 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
प्रगति मैदान के हाल नं. 10 में लगे अंतरराष्ट्रीय मंडप में अफगानिस्तान के सूखे मेवे बेच रहे हारुन ने बताया कि नई सरकार आने के बाद सभी परेशान हैं। अभी हालत सुधरे नहीं हैं, अफगान से भारत सीधे सामान नहीं आ पा रहा है। पहले हवाई मार्ग से सूखे मेवे आते थे, लेकिन अब पाकिस्तान के रास्ते सड़क मार्ग से सामान आ रहा है, जिस कारण इनके दाम में 30 से 35 फीसदी का इजाफा है। वहीं जो सामान आ रहा है उसे लेकर भी कई बार लोग शिकायत करते हैं। उन्होंने कहा कि इस मेले में सबसे ज्यादा अफगानी सूखे मेवों की मांग रहती है।
दर्शकों को लुभा रही दुलारी देवी की पेंटिंग
मिथिला पेंटिंग के लिए पद्मश्री से सम्मानित हुई दुलारी देवी की पेंटिंग बिहार मंडप में भी सभी को लुभा रही है। व्यापार मेले के पहले दिन बिहार मंडप में पद्मश्री दुलारी देवी ने लोगों के बीच लाइव पें¨टग प्रस्तुत भी की। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें काफी खुशी है कि मिथिला पें¨टग को सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसे लोगों को आगे बढ़ने का मौका दिया है जिन्हें कोई पहचान नहीं मिली थी।
इस पुरस्कार के बाद क्षेत्र में मिथिला पेंटिंग को लेकर कलाकार भी खुश हैं। देशभर में इसकी मांग बढ़ रही है। लोग जानना चाहते हैं कि यह क्या है और कैसे समाज को प्रभावित करती है। एक पेंटिंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह कमला और कमलेश्वरी जी का चित्र बना रही हैं।
कोरोना प्रोटोकाल पर भी नजर
व्यापार मेले में में मास्क ना लगाने वालों की खबर सिविल डिफेंस वालंटियरों (सीडीवी) द्वारा ली जा रही है। दरअसल कुछ लोग प्रगति मैदान के गेट के अंदर प्रवेश करते ही मास्क हटा लेते हैं या फिर सही तरीके से नहीं पहनते। ऐसे लोगों पर रोक लगाने के लिए सीडीवी की पूरी टीम यहां तैनात की गई है। जैसे ही कोई व्यक्ति मास्क ठीक से लगाया नहीं दिखता,
वैसे ही सीडीवी द्वारा उसे रोककर समझाया जाता है और मास्क आगे लगाकर ही बढऩे की अनुमति दी जाती है। बता दें कि इस बार कोरोना से बचाव के लिए मेले में आने वालों के लिए टीकाकरण की भी पूरी व्यवस्था हॉल नंबर 12 सहित दिल्ली के पेवेलियन में की गई है। यहां आप मेला धूमने के साथ ही टीकाकरण का लाभ भी सकते हैं।
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