आखिर हमारी रेलवे कब सुधरेंगी…??.
नई दिल्ली से आने वाली वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन की जेनरल बोगी में यात्रा करना मतलब बदबूदार कचरा उठाने वाले गाड़ी में यात्रा करना।
काफी दिनों बाद आज भारतीय रेल की सुपरफास्ट ट्रेन वैशाली एक्सप्रेस की जेनरल बोगी में यात्रा करने का अवसर मिला।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
काफी दिनों से सुनने को मिल रहा था कि मोदी जी के आने के बाद रेलवे की व्यवस्था में काफी कुछ बदल गया है। भाजपा समर्थकों का कहना है कि मोदी जी ने भारतीय रेल को विश्वस्तरीय बना दिया है, तो दूसरी ओर विपक्ष का कहना है कि मोदी जी भारतीय रेल को निजी कंपनियों के हाथों बेच दिए हैं। विपक्षी नेताओं का आरोप है कि मोदी जी भारतीय रेल में बहाली बंद कर के सभी काम निजी कंपनियों के हाथों आउटसोर्सिंग के माध्यम से करवा रहें हैं।
आज जब मैं सीवास से वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन के जनरल बोगी में यात्रा किया तो अनुभव किया कि वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन की जेनरल बोगी की हालत वर्ष 2014 में जैसी थी, आज भी वैसी ही है।
वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन के जनरल बोगी आज भी यात्रा करने लायक नहीं है। आज भी इस ट्रेन का शौचालय बदबूदार है। साफ-सफाई का आलम यह है कि पुरी की पुरी बोगी कचरा खाना बना हुआ है।
कुल मिलाकर नई दिल्ली से आने वाली वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन की जेनरल बोगी में यात्रा करना मतलब बदबूदार कचरा उठाने वाले गाड़ी में यात्रा करना।
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