गोली चलाने के बाद खुद बुलाई थी पुलिस: दो दस्तों की मौत मामले में तीन पर केस
गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
भागलपुर के नवगछिया में गुरुवार की रात दो दोस्तों का मर्डर हुआ था। शुभम झा और करण पोद्दार की मौत हुई थी। पुलिस के अनुसार शुभम ने करण को पहले गोली मार थी। जिसके बाद करण के दोस्त सोनू झा ने शुभम को गोली मारी थी।बताया गया कि शुभम झा और सोनू के भाई के बीच पिछले दिनों मारपीट हुई थी। इस वजह से सोनू उसे अपना दुश्मन मानता था।
जब करण पर गोली चली तो बदला सोनू को बदला लेना का मौका मिल गया और उसने शुभम को गोली मार दी। गोलीबारी के बाद सोनू डायल-112 की पुलिस को सूचना देकर भाग गया।सोनू भाग कर दोस्त वेंकटेश झा के घर में घुस गया। रात भर वहीं रहा। जब इस बात का पता पुलिस को लगी तो वेंकटेश को थाना पर लाकर पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को शुभम झा की मां हेमलता देवी के बयान पर सोनू झा, मुंशी यादव और प्रीतम यादव पर रंगरा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। तीनों को पुलिस तलाश कर रही है। ये सभी एक जगह बैठे थे, विवाद होने पर गोलीबारी हुई थी। मामला नवगछिया के भवानीपुर गांव का है।
हर संभव मदद का दिया आश्वासन शुक्रवार को गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल की पत्नी सविता देवी और उनके बेटे आशीष कुमार दोनों के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। कहा कि जिसने भी घटना को अंजाम दिया है वह बचेगा नहीं। भीसाथ ही हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। नशे का आदि था शुभम बताया जा रहा कि शुभम झा नशे का आदी था। वह स्मैक, गांजा का सेवन करता था। इसके लिए वह पैसों को लेकर मां से भी झगड़ा करता था। इसके बाद परिजनों ने उसे पूर्णिया के नशा मुक्ति केंद्र में भी भर्ती कराया था, लेकिन कुछ माह बाद ही पिता की मौत के बाद वह घर आ गया था। एक बार फिर नशे का सेवन करने लगा था।
सूत्रों की मानें तो उसने नशा का कारोबार भी शुरू कर दिया था। स्मैक के धंधे के लिए उसे पैसे की जरूरत होती थी जिसके कारण वह अपनी जमीन के नाम पर लोगों से पैसे भी उठाता था और कर्ज भी लेता था।वह प्रीतम यादव और मुंशी यादव के साथ स्मैक का कारोबार करता था। सूत्रों के अनुसार हत्या का एक कारण स्मैक के धंधे में पैसे के लेनदेन को लेकर भी है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही- एसपी करण पोद्दार दो भाइयों में बड़ा था।
करण की शादी कटिहार के बलुआ में 2022 में हुई थी। उसे दो साल और 6 माह के दो बेटे हैं।वहीं, शुभम झा तीन बहनों के बीच इकलौता भाई था। तीन बहनों में एक की शादी हो चुकी है। घटना के बाद पूरा परिवार टूट गया है। लंबी बीमारी के कारण पिता बालकृष्ण मिश्रा की 6 माह पहले मौत हो गई थी।घटना की रात प्रीतम यादव, मुंशी यादव प्रीतम की गाड़ी से वहां पहुंचे थे।
उस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ है। प्रीतम यादव हरनाथचक में चाकू मार कर घायल करने के मामले में 3 महीने पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया है।उसके पिता निरंजन यादव नवगछिया में होमगार्ड जवान हैं। वहीं भाई भवानीपुर पंचायत में वार्ड सदस्य हैं। भवानीपुर के मुंशी यादव का भी आपराधिक इतिहास रहा है। एसपी प्रेरणा कुमार ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। जल्द ही सभी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
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