पंचभूतों से मुक्ति पा लेने के बाद मानव को परमात्मा का साक्षात्कार तथा मोक्ष की प्रप्ति होती है :  रामानंदाचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य जी महाराज  

पंचभूतों से मुक्ति पा लेने के बाद मानव को परमात्मा का साक्षात्कार तथा मोक्ष की प्रप्ति होती है :  रामानंदाचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य जी महाराज

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, सचिन पांडेय, मांझी, सारण (बिहार):

मृत्युलोक में मौजूद पंचभूतों से मुक्ति पा लेने के बाद मानव को परमात्मा का साक्षात्कार तथा मोक्ष की प्रप्ति होती है। सोमवार की देर शाम माँझी के सितलपुर गाँव में आयोजित एक सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए श्रीमठ पञ्चगंगा घाट वाराणसी से पधारे रामानंदाचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य जी महाराज ने यह बात कहीं।

उन्होंने सितलपुर में आयोजित एक निजी उपनयन संस्कार में भी उन्होंने भाग लिया। उन्होंने क्षिति जल पावक गगन समीरा को पँचभूतों की संज्ञा देते हुए इसे मानव के जीवन में मौजूद दुख का वास्तविक कारण बतलाया। उन्होंने कहा कि भक्ति के माध्यम से इन पँचभूतों पर विजय प्राप्त की जा सकती हैं।

उन्होंने कहा कि आत्मा के रूप में प्रत्येक जीव के भीतर सर्वशक्तिमान ईश्वर का वास है। ईश्वर में ही इन पँचभूतों के निर्माण तथा उससे मानव को मुक्ति दिलाने का सामर्थ्य है। समारोह में मौजूद दर्जन भर गणमान्य लोगों को उन्होंने शॉल से सम्मानित किया।

स्थानीय विद्यालय में सम्पन्न चित्रकला प्रतियोगिता में शामिल आधा दर्जन विजेताओं को भी उन्होंने नकद व मेडल आदि से सम्मानित किया। इससे पहले लोकगायक रामेश्वर गोप ने लोकगीत व भजन कीर्तन से उपस्थित स्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया।

यह भी पढ़े

ब्रह्म विद्यालय आश्रम से परमहँस दयाल समाधि से निकला पदयात्रा

लियो क्लब छपरा टाउन के सदस्यो द्वारा किया गया वृक्षारोपण

पुलिस ने लूटपाट मामले में तीन बदमाशों को किया गिरफ्तार

84.5 ग्राम स्मैक व रुपये के साथ युवक गिरफ्तार

बिहार के 13 शहरों में शुरु होगी टैक्सी कैब सेवा, सारण भी शामिल

अब सिवान में ही मरीजों को एक ही छत के नीचे मिलेगा हर प्रकार का ईलाज

बटुक के जीवन में बढ़ोतरी का उत्सव है उपनयन संस्कार।

 

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!