परिवार की हत्या करने के बाद महिला टीचर के शव के साथ किया दुष्कर्म

परिवार की हत्या करने के बाद महिला टीचर के शव के साथ किया दुष्कर्म

श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क

कदमा में एक ही परिवार के तीन लोग सहित महिला टीचर की हत्या करने वाला दीपक कुमार की हैवानियत कहानी सुन आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। 12 मार्च कदमा निवासी दीपक ने घर में पत्नी व दो बच्चियों की हत्या कर दी। इसी बीच महिला टीचर घर पहुंच गई। राज का खुलासा कहीं न हो जाए, इसके डर से दीपक ने उसे भी मौत के घाट सुला दिया। हैवानियत की हद तो तब हो गई, हत्या करने के बाद उसने महिला टीचर के शव के साथ दुष्कर्म किया।

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कदमा तीस्ता रोड टाटा स्टील के क्वार्टर में पत्नी वीणा देवी, दाे पुत्रियों और ट्यूशन शिक्षिका की हत्या करने के मामले में धनबाद से गिरफ्तार कर जमशेदपुर लाए गए टाटा स्टील के कर्मचारी दीपक कुमार को वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वानन ने शनिवार को बिष्टुपुर थाना परिसर में मीडिया के सामने किया।

दीपक कुमार ने बताया शिक्षिका छोटी बेटी को पढ़ाने के लिए 11 बजे घर पर आ गई थी। वह सोफा वाले रूम में आकर बैठ गई। उसने चाकू का भय दिखा शिक्षिका से कहा कि शाम छह बजे तक उसकी स्कूटी उसे चाहिए तब तक कमरे में रहने की धमकी दी। बंधक बनाकर रहना चाहता था। चाकू देखते ही शिक्षिका शोर मचाने लगी। इधर-उधर भागने लगी। वह उस कमरे की ओर चली गई जहां पत्नी और बच्चों का शव पड़ा था। उसे लग अब वह फंस जाएगा। टेप से शिक्षिका के हाथ बांध दिए। मुंह में टेप सटा दिया। गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। शव को बाक्स पलंग में डाल दिया। उसकी स्कूटी घर के बरामदे में रख दी। इस बीच वह ज्वेलर्स की दुकान से तीन लाख रुपये लेकर आ गया। डेढ़ लाख रुपये अपने भाई के खाते को जमा करा देने को कहा।

बचपन के मित्र प्रभु, उसके साले व पत्नी को मारने का था प्लान

पुलिस को आरोपित ने बताया परसुडीह थाना क्षेत्र सोपोडेरा में उसका मकान था। जिसकी बिक्री उसकी बचपन के मित्र प्रभु साव ने 40 लाख रुपये में करवा दी। 20 लाख उसने अपने विलासपुर में रहने वाले मृत्युंजय कुमार को दे दिया। प्रभु ने अपना भारी ट्रक उसे 17 लाख में बेच दी जिसका पांच साल का टैक्स फेल था। बुलेट एक लाख रुपये में उसे दी थी। गोविंदपुर के जोजोबेड़ा में भारी ट्रक 2019 में ट्रांसपोर्ट के अधीन चलने लगा। 65 हजार रुपये प्रतिमाह उसे मिलने लगे। रुपये आने पर खर्च बढ़ने लगे। इसके बाद लॉकडाउन लग गया। रुपये मिलने बंद हो गए। खर्च बढ़ गया और आमदनी कम होने लगी। आर्थिक परेशानी होने लगी। उसने बैंक से लोन लिए। पीएफ लोन 1 लाख 40 हजार रुपये उठाया।

टाटा स्टील में उसे 34 हजार रुपया वेतन मिलता था। लाेन कटने के कारण आठ हजार रुपये वेतन हाथ में मिलने लगा। घर में तनाव होने लगा। प्रभु साव का भांजा रोशन ने उससे कहा उसके पास भी भारी ट्रक है। उसकी भी ट्रक साथ में चलाने की बात कहीं। कहा पश्चिम बंगाल के खड़गपुर के लक्ष्मी मेटल्स में चलेगा। उसने ट्रक अपनी दे दी, लेकिन उसका कोई पैसा रौशन ने नहीं दिए। कर्ज बढ़ते चले गए। 2004 में उसकी शादी वीणा देवी से हुई थी। 2012 में टाटा स्टील के फायर विभाग में नौकरी ज्वाइन की। बचपन से ही दीपक अय्याश किस्म का रहा है।

मेरे नहीं रहने पर परिवार सड़क पर आ जाएगा, इस कारण कर दी हत्या

एसएसपी ने बताया आरोपित के अनुसार उसे लगने लगा कि बचपन के मित्र ने उसके साथ धोखाधड़ी की है और भांजा रोशन भी इसमें शामिल है। दोनों के कारण वह बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है। इसलिए उसने रोशन, उसकी पत्नी और प्रभु साव की हत्या की योजना बनाई किस तरह से घटना को अंजाम देना है। समय भी निर्धारित कर रखा था, लेकिन इससे पहले उसने सोचा कहीं पत्नी और दोनों पुत्री कोई परेशानी में नहीं फंस जाए। रोड पर नहीं आ जाएं। किसी को परेशानी में नहीं छोड़ना चाहता था इस कारण दोस्त, दोस्त के भांजे और उसकी पत्नी की हत्या से पहले अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या विगत 12 अप्रैल की हथौड़ी से प्रहार कर तकिया से मुंह दाबकर सुबह कर दी। इसके बाद शिक्षिका को मौत के घाट उतार दिया।

हत्या के वक्त उसने कोई नशा नहीं रखा था। घर बुलाकर रोशन और उसे साले पर हमला किया, लेकिन दोनाें बच गए। प्लान फेल हाे गया। उसी दिन शाम में छह बजे प्रभु साव की जोजोबेड़ा प्लांट इलाके के पास जाकर हत्या करने की योजना थी। इसके लिए उसे स्कूटी की जरूरत थी। इस कारण उसकी निगाह शिक्षिका रिंकी की स्कूटी पर थी।इधर, एसएसपी ने बताया दीपक ने जो जानकारी दी है इस मामले में प्रभु साव और रोशन से पूछताछ होगी। अपराध के लिए प्रेरित किए जाने का मामला बनता है या नहीं। यह देखा जाएगा।

12 अप्रैल की सुबह सबसे पहले की पत्नी की हत्या, फिर बड़ी और छोटी पुत्री को मौत के घाट उतारा

दीपक कुमार ने 12 अप्रैल की सुबह आठ बज रहे होंगे। पत्नी फ्रिज में पानी भरकर और सभी काम कर बिस्तर पर लेटी थी। दोनों पुत्रियों 9-10 बजे के बीच सोकर उठती थी। पत्नी के सिर पर हथौड़ी से कई जोरदार प्रहार किए। वह बेहोश हो गई। इसके बाद तकिया से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। कुछ समय बाद 15 वर्षीय बेटी और सात वर्षीय छोटी बेटी की भी पत्नी की तरह हत्या कर दी। इसके नहाने के बाद वह कदमा शास्त्रीनगर अपने ससुराल चला गया। वहां से पत्नी का गहना लिया जिसकी बिक्री साढ़े चार लाख रुपये में कदमा बाजार के आरके ज्वेलर्स में कर दी। ज्वेलर्स ने दोपहर में रुपये का इंतजाम करके देने का आश्वासन दिया। वह घर आ गया। उसने रौशन और उसकी पत्नी को दोपहर पर खाने के लिए बुलाया। मंशा दोनों की हत्या किए जाने की थी।

रोशन अपने साले और पत्नी के साथ दोपहर में घर पर आया

दीपक ने बताया रोशन, उसका साला अंकित और पत्नी अराध्या कार गोद में बच्ची को लेकर घर पर आए। जिस कमरे में पत्नी, पुत्रियों और शिक्षिका का शव था। से बंद कर दिया। गेस्ट रूम में सभी आए। रोशन की पुत्री ने पॉर्टी कर दिया। रोशन और उसकी पत्नी बाथरूम की ओर चले गए। अंकित सोफा में बैठा था। उसने पीछे से उसक पर हथौड़ा से प्रहार करना शुरू कर दिया। रोशन और उसकी पत्नी बीच-बचाव काे आए तो रोशन पर भी हमला कर दिया। हल्ला होने पर उसने म्यूजिक सिस्टम हाई कर दिया। रोशन और उसकी पत्नी बाहर भागे। पड़ोसियों से मदद मांगने लगे। प्लान फेल हो गया। वह किसी तरह दोनों का इलाज कराने का झांसा देकर घर बंद कर बुलेट से निकल गया।

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