सड़क हादसे में पति की मौत के बाद पत्नी की मांग से डॉक्टर और परिजन भी हैरान, संतान के लिए स्पर्म प्रिजर्व की थी चाह
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
मध्य प्रदेश के सीधी जिले के चुरहट निवासी नेहा सिंह की मांग ने डाक्टरों और पुलिस को दो दिन तक हैरान रखा। दरअसल, नेहा के पति जितेंद्र सिंह गहरवार की गुरुवार को दोपहर सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
सूचना पर रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची नेहा ने पुलिस और डॉक्टरों के सामने मांग रख दी कि पति का स्पर्म सुरक्षित रखा जाए ताकि वह आधुनिक चिकित्सा सुविधा के जरिए मां बन सके। महिला ने तर्क रखा कि उनका सात महीने पहले ही मई 2024 को विवाह हुआ, इसलिए वह चाहती हैं कि उसके पति के नहीं रहने पर भी यादें जीवित रह सकें।
मृत्यु के 24 घंटे तक ही स्पर्म रखा जा सकता है सुरक्षित
महिला को संजय गांधी मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा और रीवा स्थित श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के फारेंसिक एक्सपर्ट रजनीश कुमार पांडे ने समझाया कि स्पर्म प्रिजर्व करने की मांग को इसलिए पूरा नहीं किया जा सकता, क्योंकि जितेंद्र सिंह गहिरवार की मृत्यु के 24 घंटे पूरे हो चुके हैं। स्पर्म इस अवधि के बाद सुरक्षित नहीं रखा जा सकता।
पत्नी ने लापरवाही का लगाया आरोप
अलबत्ता, नेहा सिंह ने यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया कि उसने यह मांग पुलिस और डॉक्टरों के सामने हादसे के कुछ घंटों के बाद ही रख दी थी। इसके बावजूद लापरवाही बरती गई और स्पर्म को सुरक्षित नहीं रखा गया। महिला के मांग पर अड़े रहने के कारण हादसे के दो दिन बाद पोस्टमार्टम हो सका। शनिवार शाम पीएम के बाद शव को मृतक के पिता व पत्नी नेहा को सुपुर्द कर दिया गया।