रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग से  पशुपति पारस ने बात करना बंद कर दिया था, चिराग का लिखा पत्र एक बार जरुर पढ़े

रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग से  पशुपति पारस ने बात करना बंद कर दिया था, चिराग का लिखा पत्र एक बार जरुर पढ़े

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चिराग पासवान ने पुराने खत शेयर कर किया खुलासा

रामचंद्र पासवान के निधन के बाद से ही पशुपति पारस में बदलाव आ गये थे

रामचंद्र पासवान के बेटे को प्रदेश अध्‍यक्ष बनने से खुश नहीं थे पशुपति पारस

श्रीनारद मीडिया,सेंट्र्रल डेस्‍क:

लोक जनशक्ति पार्टी में चल रही खींचतान के बीच अब पहली बार चिराग पासवान  ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने एक ट्वीट कर पशुपति पारस को लिखे कुछ पुराने पत्र साझा किए.

 

 

इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए मैंने प्रयास किए लेकिन असफल रहा.

पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए. लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है. आगे उन्होंने लिखा कि पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं.

 

अपने ट्वीट के साथ ही साझा किए गए पत्र वे हैं जो चिराग ने पशुपति पारस को 29 मार्च को लिखे थे. इन पत्रों में चिराग ने पारस को लिखा है कि रामचंद्र पासवान के निधन के बाद से ही आप में बदलाव देखने को मिला.

 

पापा की तेरहवीं में भी 25 लाख रुपये मां को देने पड़े इससे मैं दुखी था. चिराग ने एक पत्र में लिखा है कि मैंने हमेशा भाइयों को साथ लेकर चलने की कोशिश की. पापा के जाने के बाद आपने बात करना बंद कर दिया. चिराग ने एक पत्र में आरोप लगाया है कि पापा के रहते हुए भी आपने पार्टी तोड़ने का प्रयास‌ किया. वहीं प्रिंस राज पर रेप के मामले का जिक्र करते हुए चिराग ने कहा कि प्रिंस पर आरोप के दौरान भी मैं परिवार के साथ खड़ा रहा.

 

 

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