आतंकियों से मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पत्थरबाजों को किया गिरफ्तार.
सीआरपीएफ ने अब तक 175 आतंकियों को किया ढेर, 183 को किया गिरफ्तार.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर पुलिस ने कहा कि नौगाम में सुरक्षा बलों का आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद सैनिटाइजेशन के दौरान कई पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया गया है. उसने कहा कि जम्मू-कश्मीर के नौगांव में सुरक्षा बलों और आतंकियों के साथ मुठभेड़ हो गई थी. सुरक्षा बलों के साथ इस मुठभेड़ में करीब तीन आतंकियों को मार गिराया गया था.
मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर
समाचार एजेंसी एएनआई से श्रीनगर पुलिस ने कहा कि नौगाम में सुरक्षा बलों का आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद सैनिटाइजेशन के दौरान कई पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया गया है. उसने कहा कि बुधवार को जम्मू-कश्मीर के नौगाम में सुरक्षा बलों और आतंकियों के साथ मुठभेड़ हो गई थी. सुरक्षा बलों के साथ इस मुठभेड़ में करीब तीन आतंकियों को मार गिराया गया था.
खोनमोह के सरपंच की हत्या में शामिल थे आतंकी
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए. ये शहर के खोनमोह इलाके में नौ मार्च को एक सरपंच की हत्या में शामिल थे. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि शहर के नौगाम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने वहां घेराबंदी की और तलाश अभियान चलाया. उन्होंने बताया कि इसी दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई.
2021 से सक्रिय थे तीनों आतंकी
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और मुठभेड़ स्थल से तीन शव बरामद किये गए. उनकी पहचान पम्पोर के गलचिबल चंधरा के निवासी आदिल नबी तेली, शोपियां के रोनिपुरा के निवासी शकीर अहमद तांत्रे और कुलगाम के कुजेर फरिसाल के रहने वाले यासिर अहमद वागये के रूप में की गई है. उन्होंने कहा कि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मारे गए आतंकवादी लश्कर ए तैयबा से जुड़े थे और 2021 से सक्रिय थे. वे पुलिस, सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर किये गए तमाम आतंकी हमलों में शामिल रहे थे.
पंचायती राज संस्था के सदस्यों पर करते थे हमला
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विजय कुमार ने कहा कि तीनों आतंकवादी शहर के खोनमोह इलाके में नौ मार्च को हुई एक सरपंच की हत्या में शामिल थे. उन्होंने कहा कि वे पंचायती राज संस्था के सदस्यों और संरक्षित लोगों पर हमले करते थे. उन्होंने कहा कि यह अभियान पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है. हमने बडगाम में प्रादेशिक सेना के एक जवान सहित केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों एवं सरपंचों आदि की हालिया हत्याओं में शामिल सभी ‘मॉड्यूल’ का भंडाफोड़ किया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान नहीं चाहता कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया या विकास जारी रहे, इसलिए वे पंचों, सरपंचों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन हम उन्हें मुहतोड़ जवाब दे रहे हैं. हम उनकी पहचान कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार कर रहे हैं और मुठभेड़ों में उन्हें ढेर कर रहे हैं.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक (डीजी) कुलदीप सिंह ने कहा कि सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल (1 मार्च 2021 से 16 मार्च 2022 तक) में अब तक करीब 175 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान करीब 183 आतंकियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि इस एक साल में विभिन्न अभियानों के दौरान सीआरपीएफ ने देश के विभिन्न हिस्सों में 19 माओवादियों को मार गिराया और करीब 699 को गिरफ्तार किया गया है.
नक्सल प्रभावित इलाकों में 19 उग्रवादी ढेर
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर में 175 आतंकवादियों को मार गिराया है और 1 मार्च, 2021 से 16 मार्च, 2022 तक 183 को पकड़ा है. इस अवधि के दौरान सुरक्षा बल ने वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित राज्यों में विभिन्न अभियानों में 19 नक्सलियों को मार गिराया और 699 को गिरफ़्तार किया है.
जम्मू-कश्मीर में स्थिति अच्छी, हो रहा सुधार : सीआरपीएफ डीजी
बताते चलें कि शनिवार को जम्मू के एमए स्टेडियम में अपने 83वें स्थापना दिवस सीआरपीएफ की ओर से परेड आयोजित किया जाएगा. यह पहली बार है, जब सीआरपीएफ की ओर से दिल्ली-एनसीआर के बाहर परेड का आयोजन किया जा रहा है. सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति ‘बहुत अच्छी’ है और इसमें और सुधार हो रहा है.
केंद्र सरकार ने दिया परेड आयोजित करने का निर्देश
सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने सुरक्षा बलों को देश के विभिन्न स्थानों पर सालाना समारोह के अवसर पर परेड का आयोजन और शक्ति प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों की ओर से परेड आयोजित कराने का उद्देश्य यहां के नागरिकों और युवकों में उत्साह और प्रेरणा प्रदान करना है.
32 महिलाएं वीआईपी सुरक्षा विंग में शामिल
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि सीआरपीएफ की 32 महिला कर्मियों को वीआईपी सुरक्षा विंग में शामिल किया गया है. हम हमेशा महिलाओं को प्रोत्साहित करते हैं, कोबरा में भी महिलाएं भाग ले रही हैं. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने कहा कि जोखिम कोष से वित्तीय सहायता के तहत कार्रवाई में शहीद हुए जवानों की राशि 20 लाख रुपए से बढ़ाकर 30 लाख रुपए और अन्य सभी मामलों के लिए 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दी गई है.