वायुसेना दिवस परेड इस बार चंडीगढ़ के बजाए प्रयागराज में होगी, जानिए क्या है वजह?

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श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

भारतीय वायुसेना आठ अक्टूबर को अपनी 91वीं वर्षगांठ मनाने जा रही है. ऐसे में इस साल सालाना एयरफोर्स परेड और एयर डिस्प्ले का आयोजन चंडीगढ़ के बजाए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होगा. एयरफोर्स दिवस का आयोजन आठ अक्टूबर को किया जाता है. पिछले साल यह आयोजन चंडीगढ़ में किया गया था. इस बार वायुसेना दिवस प्रयागराज के परेड मैदान में होगा. इस दौरान एयर शो में वायुसेना के जवान

 

अपने शौर्य का प्रदर्शन करेंगे. भारतीय वायुसेना का कहना है कि यह फैसला देश के अलग-अलग हिस्सों में वायुसेना दिवस समारोह की मेजबानी की नई परंपराओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. औपचारिक परेड वायुसेना स्टेशन बमरौली में आयोजित की जाएगी और एयर शो प्रयागराज के आयुध डिपो किले के पास संगम क्षेत्र में आयोजित होगा. वायुसेना दिवस समारोह की शुरुआत लगभग एक हफ्ते पहले 30 सितंबर को भोपाल में शुरू होगी.

वायुसेना का कहना है कि प्रयागराज और भोपाल दोनों जगह पर एयर शो का आयोजन होगा. बता दें कि पिछली बार वायुसेना दिवस परेड का आयोजन चंडीगढ़ में हुआ था.

वायुसेना दिवस का इतिहास

भारतीय वायुसेना दिवस का इतिहास आजादी से बहुत पहले का है. आठ अक्टूबर 1932 को भारतीय वायुसेना की आधिकारिक तौर पर स्थापना हुई थी. कहा जाता है कि ब्रिटिश शासन की सहायक वायुसेना के रूप में इसे स्थापित किया गया था. सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान भारतीय वायुसेना के जवानों के अदम्य साहस की वजह से इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स कहकर सम्मानित किया गया था. साल 1950 में भारत के गणतंत्र बनने पर भारतीय वायुसेना के आगे से रॉयल शब्द हट गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक अप्रैल 1933 को भारतीय वायुसेना के पहले विमान ने उड़ान भरी थी. उस समय भारतीय वायुसेना के पास 19 वायुसैन्यकर्मी और चार विमान थे. लेकिन आज भारतीय वायुसेना की गितनी दुनिया के सबसे ताकतवर एयरफोर्स में की जाती है.

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