श्रद्धा भक्ति के साथ अक्षय नवमी पर्व मनाया गया
श्रीनारद मीडिया, उतम पाठक, दारौंदा, सीवान (बिहार):
सीवान जिला के सभी प्रखंडों सहित दारौंदा प्रखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में श्रद्धा भक्ति के साथ अक्षय नवमी पर्व मनाया गया
अक्षय नवमी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती हैं। अक्षय नवमी को “आंवला नवमी” के रूप में भी मनाया जाता है।
इस दिन महिलाओं ने आंवले के पेड़ में धागे लपेट परिक्रमा कर विधि विधान से पूजन अर्चन किया और अपने सामर्थ्य के अनुसार भथुये में सोना, चांदी और द्रव्य रख कर दान किया।
वही शाम में आंवले के पेड़ के नीचे विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर ब्राह्मण को भोजन कराया गया। उसके बाद सपरिवार भी एक साथ भोजन किया।
इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है तथा सुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता हैं।
अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा से व्यक्ति को अनंत पुण्य की प्राप्ति होती हैं और यह पुण्य जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाता हैं। इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे भोजन करना और दान करना भी अत्यंत लाभकारी माना गया हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु और शिवजी का निवास होता हैं। अक्षय नवमी के दिन किया गया पुण्य कभी समाप्त नहीं होता हैं।
धार्मिक ग्रंथों में कहा गया हैं कि इस दिन की गई पूजा और दान-पुण्य का फल अक्षय होता हैं, मतलब जो पुण्य कभी नष्ट न हो। जो न केवल इस जन्म बल्कि अगले जन्मों में भी शुभ फल प्रदान करता हैं।
12 नवंबर मंगलवार को देवउठनी एकादशी मनाया जाएगा।
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