साहित्य लेखन के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं सुमन
श्रीनारद मीडिया‚ सेंट्रल डेस्कः
पत्रकारिता एवं साहित्य जगत की अनमोल शख्सियत हंसमुख, मिलनसार मुखर अभिव्यक्ति के धनी साहित्यकार संजय कुमार सुमन बिहार राज्य के मधेपुरा जिला अंतर्गत चौसा प्रखंड के ग्रामीण अंचल से तालुकात रखते हैं। अपनी लेखनी से राष्ट्रीय ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुके हैं। साहित्य जगत में श्री सुमन का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जा रहा है।
श्री सुमन साहित्य लेखन के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जैसे पर्यावरण जागरूकता, रक्तदान, दहेज प्रथा,बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए समाज में जागरूकता करने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। श्री सुमन को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय से अब तक 100 से ज्यादा सम्मान मिल चुके हैं।
पत्रकारिता जगत में एक नई पहचान बना चुके एवं युवाओं को लेखनी का दम भरने वाले वरिष्ट पत्रकार संजय कुमार सुमन कई मिडीया समूह व वेब पोर्टल को अपना सेवा दे चुके है और दे रहे हैं।युवा पत्रकार श्रीसुमन चौसा निवासी रामोतार आनंद एवं मंजूलता भारती के द्वितीय पुत्र हैं।
श्री सुमन ने वर्ष 1992 से लगातार विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अपनी लेखनी के माध्यम से अपनी पहचान बना चुके है।आर्यावर्त,पंजाब केसरी,कादम्बिनी,दैनिक जागरण,रांची एक्सप्रेस,दिल्ली प्रेस पत्रिका समूह के सरस सलिल,मुक्ता,सुमन सौरभ आदि में अपनी लेखनी के माध्यम से पहचान बना चुके सुमन वर्तमान में कोसी टाइम्स के “समाचार सम्पादक” आलोक प्रसंग पत्रिका के ‘सलाहकार संपादक’ जनपथ टू डे न्यूज़ पत्रिका के “समाचार संपादक’ व बिहार न्यूज़ लाइव के “संपादक” के तौर पर अपनी सेवा प्रदान कर रहे है।
श्री सुमन कई पत्रकार संघ में भी महत्वपूर्ण पद को सुशोभित कर पत्रकार हित की बात उठाते रहे हैं। श्री सुमन पत्रकार संघ “नेशनल जर्नलिस्ट एसोसियन” के राष्ट्रीय महासचिव हैं। श्री सुमन बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं।विगत 31 वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न हिन्दी दैनिक में कार्य करने के साथ आधुनिक दौर के वेब पोर्टल पत्रकारिता व सोशल मिडिया के माध्यम से अपनी एक अलग पहचान बनाया है।
पत्रकारों ने श्री सुमन के पत्रकारिता क्षेत्र में अच्छे योगदान, रचनात्मक कार्य, बेहतर प्रदर्शन व उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र में कोसी अंचल में श्री सुमन किसी परिचय के मोहताज नही है।आकाशवाणी पूर्णिया से श्री सुमन का कई वार वार्ता एवं साक्षात्कार का प्रसारण भी किया गया है। कई फीचर एजेंसियों एवं देश के विभिन्न समाचार पत्र-पत्रिकाओं में स्वतंत्र लेखन एवं कई कविता संग्रह प्रकाशित हो चुकी है।
👉🏻 ”सैकड़ो मिले सम्मान” 2006 में “डा0अम्बेडकर फेलोशिप”,2007 में “साहित्य सम्मान”,2008 में ‘‘सर्वश्रेष्ठ लेखक”की मानद उपाधि से समलंकृत,2009 में “प्रेमचंद लेखक पुरस्कार” ,2013 में “डा0अम्बेडकर फेलाशिप राष्ट्रीय सम्मान”2018 में भारतरत्न डा.एपीजे अब्दुल कलाम स्मृति ग्रेस इंडिया बेस्ट नेशनल मीडिया सम्मान,2019 में एसपी मीडिया नेटवर्क प्रा.लि.द्वारा पत्रकार सम्मान अवार्ड,“तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान”,श्री नवमान पब्लिकेशन द्वारा “विचार सृजन सम्मान”,राष्ट्रीय स्तर पर “टीचर इनोवेशन अवार्ड”,राज्य मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय परिषद राजस्थान द्वारा “PEACE WORKER AWARD”,
“इंडिया स्टार बुक ऑफ रिकार्ड्स” के द्वारा मुझे “इंडिया स्टार यंग एचीवर अवार्ड 2019”से सम्मानित, राजस्थान की संस्था समर्पण द्वारा “शैक्षिक राजदूत”नियुक्त,श्रीनर्मदा प्रकाशन की ओर से ”अभिजना साहित्य सम्मान”,जीनियस विश्व रिकॉर्ड द्वारा”असाधारण प्रतिभा पुरस्कार 2019”,
श्री नवमान पब्लिकेशन द्वारा “चंद्र साधना सम्मान 2019”बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी,आगरा द्वारा”पत्रकार रत्न”की उपाधि, भारती साहित्य सागर द्वारा “भारती साहित्य सागर सम्मान 2020”,कॉसमॉस वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा”भारतीय शान अवार्ड 2020”,अभीति साहित्य सम्मान 2020,सृजन सारस्वत सम्मान 2022,
मातृभाषा साहित्य सम्मान-2023′ । मिला इसके अलावे अमेरिकन बायेग्राफिकल इंस्टीट्यूट अमेरिका द्वारा 2006 में वर्ल्ड मेडल ऑफ फ्रीडम एवं 2007 में इंटरनेशनल पीस प्राइज के लिए अनुशंसित किए गए पर पासपोर्ट के अभाव में नही जा पाए।
👉🏻 ”सामाजिक कार्य में बेहतर कर रहे हैं प्रदर्शन”
मधेपुरा जिले में संचालित “सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ”के सचिव हैं संजय कुमार सुमन। बचपन से ही सामाजिक कार्य में दिलचस्पी है। स्थानीय युवाओ की मदद से अब तक कई सामाजिक कार्य को अंजाम दिया है। पर्यावरण के क्षेत्र में आगे बढ़ कर काम किया है। अब तक दर्जनों स्थानों पर वृक्षारोपण कराया है।समय समय पर स्वच्छता अभियान के तहत सड़कों पर सफाई अभियान भी चलाया है।
सचिव संजय कुमार सुमन के उत्साही नेतृत्व में आज ”सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ”समाज और प्रशासन की जरूरत बन चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ तथा माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का युगांतकारी अभियान ”शराब बंदी,बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलनार्थ”चौसा में रामरुपी प्रशासन के कंधे से कंधा मिलाकर संघ लक्ष्मण की भांति ”21 जनवरी 2017”’ को शराबबंदी के समर्थन में मानव श्रृंखला में संघ का योगदान अविस्मरणीय रहा था। संघ के कार्यक्रम प्रकोष्ठ, खेल प्रकोष्ठ और सांस्कृतिक प्रकोष्ठ से जुड़े स्वयंसेवकों ने लोगों की जागृति और सेवा सुश्रुवा में प्रशासन को भरपूर मदद किया था। सामाजिक हितार्थ के तहत रक्तदान शिविर,बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, शिक्षा तथा रोजगार के क्षेत्र में भी संघ का काम अनुकरणीय व प्रशंसनीय है।
श्री सुमन बताते हैं कि इन सारी सफलताओं में हमारी एक मजबूत टीम का हाथ है। हमारे संघ के संरक्षक सत्य प्रकाश गुप्ता विदुर जी,अध्यक्ष याहिया सिद्दीकी, उपाध्यक्ष मनोज शर्मा का भरपूर सहयोग मिला ।जिसके लिए मैं उन सभी को हृदय से साधुवाद एवं धन्यवाद देता हूं क्योंकि इन सबों के सक्रिय सहयोग के कारण मैं और मेरी टीम ने इतने कम समय में इतने सारे उपलब्धियों को हासिल किया।
इन्होंने कहा कि अपनी जिंदगी को समाज के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया है और इन्हीं सब के बीच श्री सुमन ने पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न गांव शैक्षणिक संस्थान, थाना परिसर,धार्मिक स्थल में हजारों वृक्ष लगाया एवं लगवाया है जो आज हरे भरे पेड़ लग रहे हैं।वे बताते हैं कि सारे कार्य में हम लोगों को चौसा प्रशासन का सहयोग और मेरी टीम के प्रति काफी सकारात्मक रहा है और उम्मीद करता हूं कि हम लोग अपने कार्यों को और भी मजबूती से लागू करेंगे।
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