बीबीसी से डॉक्यूमेंट्री बनवा कर हमको बांटने का प्रयास किया गया है,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
गुजरात दंगों के इतिहास को अपने मन मुताबिक कुरेदते हुए बीबीसी ने जो डॉक्यूमेंट्री बनाई है वह असल में भारतीयों को वैचारिक आधार पर बाँटने की एक बड़ी साजिश है और इस साजिश के पीछे हैं ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जैक स्ट्रॉ। उन्हें विभाजनकारी मानसिकता वाला और दूसरे देशों के आंतरिक मुद्दों में हस्तक्षेप करने वाला नेता माना जाता है। बीबीसी ने गुजरात दंगों को लेकर जो डॉक्यूमेंट्री बनाई है उसके पीछे जैक स्ट्रॉ का ही दिमाग है।
भारत के प्रति पूर्वाग्रह रखने वाले जैक स्ट्रॉ के इशारे पर बनी डॉक्यूमेंट्री में गुजरात में मुसलमानों की मौतों का तो जिक्र है लेकिन उन 59 कारसेवकों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है जिन्हें गोधरा में ट्रेन में जिंदा जला दिया गया था। सवाल यह भी उठता है कि 2002 के दौरान ब्रिटेन के विदेश मंत्री रहे जैक स्ट्रॉ के पास अगर वास्तव में दंगों से जुड़ी कोई गोपनीय जानकारी थी तो उन्होंने इसे बीबीसी को सौंप कर क्या ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट का उल्लंघन नहीं किया?
जैक स्ट्रॉ के बारे में तमाम तरह की कहानियां प्रचलित होने के बावजूद सवाल उठता है कि भारत से नफरत करने वाले इस व्यक्ति की दिमागी चाल को हिंदुस्तान में सफल बनाने के लिए यहां के कुछ लोग क्यों आमादा हैं?
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) के विवादास्पद वृत्तचित्र ‘इडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को ऐसे समय में रिलीज किए जाने पर बुधवार को सवाल उठाया, जब भारत ने जी20 की अध्यक्षता संभाली है। खान ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह इस बात पर हैरान है कि लोग एक विदेशी वृत्तचित्र निर्माता, ‘‘वह भी हमारे औपनिवेशिक शासक’’, की राय को देश की शीर्ष अदालत के फैसले से अधिक महत्व दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इतने सारे न्यायिक फैसले, जिनमें इस जमीन की शीर्ष अदालत का फैसला भी शामिल है, (वृत्तचित्र के) समय, इन सभी चीजों को ध्यान में रखा जाना चाहिए। यह एक ऐसा समय है जब भारत ने जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की है।’’ राज्यपाल ने कहा, ‘‘इस झूठी सामग्री को सामने लाने के लिए यह विशेष समय क्यों चुना गया? आप इन चीजों को नजरअंदाज नहीं कर सकते और खासकर तब, जब यह एक ऐसे स्रोत ने बनाई है, जिसने 200 से अधिक वर्षों तक हम पर शासन किया है।
बहरहाल, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत की छवि पर प्रहार के लिए बनाई गयी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को देश में कुछ लोग ऐसे समय बढ़ावा दे रहे हैं जब हम गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। बरसों तक भारत पर राज करने वाले ब्रिटेन ने बांटो और राज करो की जो नीति अपने शासन के समय अपनाई थी, उस नीति पर वह आज भी कायम है। बीबीसी से डॉक्यूमेंट्री बनवा कर हमको बांटने का प्रयास किया गया है और हम उसकी चाल समझ नहीं पा रहे हैं।
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