अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम – जिला स्तरीय टूल किट प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को सही तरीके से उपचार करने की जरूरत: सिविल सर्जन
अनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए संबंधित अधिकारियों को प्रशिक्षित करना इसका मुख्य उद्देश्य: डीआईओ
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं समाज कल्याण विभाग के द्वारा संयुक्त तत्वावधान से जिले के विभिन्न प्रखंडों में क्रियान्वित किया जा रहा है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने उपस्थित प्रतिभागियों को तीसरे बैच के पहले दिन संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने एनीमिया मुक्त भारत अभियान के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि जिले के सभी गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को सही तरीके से उसका उपचार किया जाना चाहिए। सबसे खास बात यह है कि पुरुषों में 13.00% से अधिक रक्त की उपलब्धता होनी चाहिए। जबकि महिलाओं और किशोरियों में 12.00% से अधिक होना चाहिए। अगर उससे कम हैं तो वैसे लोगों को पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। जैसे – आयरन, प्रोटीन, विटामिन सी व वसा सहित हरी साग और सब्जियों को अधिक से अधिक अपनाने की जरूरत है।
हालांकि उक्त कार्यक्रम के सफलता पूर्वक संचालन एवं क्रियान्वयन को लेकर जिला स्तर पर चार बैचों में प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है, जिसमें अंतिम बैच के पहला दिन है। अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम का यह प्रशिक्षण निश्चित रूप से जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और लोगों के स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को उनके कार्यों के लिए प्रेरित किया गया और अनीमिया मुक्त भारत की दिशा में मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। क्योंकि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल ज्ञानवर्धन का माध्यम था, बल्कि यह एक सामूहिक स्तर पर प्रयास की शुरुआत भी थी, जिसमें सभी सहयोगी संस्थाओं को एक साथ लाने का प्रयास किया गया है।
अनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए संबंधित अधिकारियों को प्रशिक्षित करना इसका मुख्य उद्देश्य: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य अनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए संबंधित अधिकारियों को प्रशिक्षित करना है। क्योंकि अनीमिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसके नियंत्रण के लिए हम सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करने की आवश्यकता हैं। प्रशिक्षण में अनीमिया के विभिन्न प्रकार, उसके कारण, लक्षण और उपचार के तरीकों के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। इसके साथ ही टूल किट का वितरण भी किया गया। जिसमें अनीमिया की पहचान, रोकथाम और उपचार के लिए आवश्यक सभी जानकारी शामिल थी। यह टूल किट स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में सहायक होगी। सदर अस्पताल के सभागार में आयोजित अनीमिया मुक्त अभियान को लेकर टूल किट के जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षा विभाग से 57, आईसीडीएस की ओर से 19 सीडीपीओ और 74 महिला पर्यवेक्षिका के अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से 38 एमओआईसी और बीसीएम को प्रशिक्षित किया गया है। जिसमें 25 अक्टूबर को 43, 26 को 50, 28 को 47 प्रतिभागियों को अनीमिया मुक्त अभियान से संबंधित प्रशिक्षित किया गया है जबकि आज यानी 29 अक्टूबर को 48 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डीआईओ डॉ अरविंद कुमार, डाटा सहायक अशोक कुमार शर्मा, यूनिसेफ के एसएमसी कामरान खान यूएनडीपी के मनोज कुमार और सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।
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