यूक्रेन में एक और भारतीय छात्र की मौत.
15 उड़ानों से 3,352 नागरिकों की स्वदेश वापसी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
यूक्रेन में छिड़े युद्ध के बीच से भारतीयों की निकासी के लिए आपरेशन गंगा लगातार जारी है। मीडिया ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि यूक्रेन में रहने वाले एक और भारतीय नागरिक चंदन जिंदल की मौत हुई है। साथ ही बताया कि यूक्रेन छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। एडवाइजरी जारी करने के बाद से करीब 17 हजार भारतीयों ने अब तक यूक्रेन की सीमाओं को पार कर लिया है। वहीं निकासी अभियान के तहत अगले 24 घंटों में 15 उड़ानें निर्धारित की गई हैं।
मीडिया ब्रीफिंग में बागची ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान छह उड़ानें वापस आई हैं। इनको मिलाकर कुल वापस आने वाली उड़ानों की संख्या कुल 15 हो गई है। युद्ध के बीच से अब तक 3,352 भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी हुई है। इस दौरान उन्होंने बताया कि आपरेशन गंगा में भारतीय वायुसेना भी शामिल हो गई है। अभियान के तहत वायुसेना का पहला C-17 विमान के बुखारेस्ट, रोमानिया से बुधवार रात दिल्ली लौटने की उम्मीद है। साथ ही बुडापेस्ट (हंगरी), बुखारेस्ट (रोमानिया) और रेजजो (पोलैंड) के लिए आज से तीन और उड़ाने संचालित की जाएंगी।
वहीं, यूक्रेन में एक और भारतीय की मौत पर बागची ने बताया कि मृतक का नाम चंदन जिंदल है और उनकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है। चंदन का परिवार भी यूक्रेन में ही है और वो अस्पताल में भर्ती था। बागची ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन के शहर चिंता का विषय बने हुए हैं। हम वहां फंसे नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए पूर्वी यूक्रेन पहुंचने के विकल्प खोज रहे हैं। साथ ही हमारी टीमें वहां पहुंचने की भी कोशिश कर रही हैं, लेकिन बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने खारकीव में भारतीय नागरिकों हत के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। भारतीय नागरिकों को खारकीव तुरंत छोड़ देना चाहिए, जल्द से जल्द पिसोचिन, बेजलुडोव्का और बाबे के लिए आगे बढ़ें। उन्हें आज 18.00 बजे (यूक्रेनी समय के अनुसार) तक इन बस्तियों तक पहुंचना होगा। यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की निकासी के लिए वायु सेना ने अब तक चार उड़ानें शुरू की हैं।
रूस ने भारतीयों को निकलने के लिए 6 घंटे का समय दिया
भारत के अनुरोध के बाद रूस ने सुरक्षित मार्ग का प्रस्ताव पर दिया। रूसी खारकीव पर कब्जा करने में थोड़ी देरी नहीं करना चाहते हैं, इसलिए केवल छह घंटे के टाइम स्लाट पर सहमति बनी। सभी भारतीयों के लिए समय रहते खाली करना कठिन प्रतीत होता है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, रूसी पैराट्रूपर्स खारकीव में तीन या चार अलग-अलग स्थानों पर उतरे हैं और इन एन्क्लेवों के नियंत्रण में हैं। भारतीयों के लिए अगला सबसे अच्छा दांव इन क्षेत्रों में जाना होगा, जहां वे अपेक्षाकृत सुरक्षित हो सकते हैं।
खारकीव में तनाव बढ़ने की आशंकाएं
ज्ञात हो कि यूक्रेन और रूस के बीच तकरार अब भी जारी है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर लगातार बमबारी कर रही है। मिसाइलें दाग रही है। कीव में आम नागरिकों से बंकरों या घर के तहखानों में चले जाने के लिए कहा गया है। जानकारी के मुताबिक, खारकीव शहर जहां अबतक रूसी सैनिक एयरस्ट्राइक कर रहे थे, वहां रूस की लैंडिंग फोर्स उतर गई है। इसी के साथ ही हमले तेज कर दिए गए हैं। जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है, तब से वहां हजारों की संख्या में लोग फंसे हैं, जिसमें काफी तादाद भारतीयों की भी है। जिन्हें निकालने के लिए भारत का आपरेशन गंगा जारी है।
भारत का निकासी अभियान जारी
‘आपरेशन गंगा’ के तहत भारतीयों को रेस्क्यू करने के लिये गई नौवीं उड़ान यूक्रेन में फंसे 218 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर मंगलवार देर रात नयी दिल्ली पहुंची है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बुखारेस्ट एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयरपोर्ट पहुंचकर भारतीय नागरिकों और छात्रों से बातचीत की है। गौरतलब है कि खारकीव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यहां रूसी सेना लगातार हमले कर रही है। यहीं रूसी हमले के दौरान भारतीय छात्र नवीन की मौत भी हुई थी, वो कर्नाटक का रहने वाला था। भारतीय दूतावास की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर पहले भी एडवाइजरी जारी की जा चुकी हैं।यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित निकसी के लिए केंद्र सरकार आपरेशन गंगा का संचालन कर रही है।