म्यांमार में भारत विरोधी संगठनों का होगा खात्मा,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
विकास में महत्वपूर्ण साझेदार बनने और अपने रिश्ते सुधारने के लिए म्यांमार सेना ने अपनी धरती से संचालित भारत विरोधी विद्रोही समूहों के खिलाफ अभियान चला दिया है। सरकारी सूत्रों ने एएनआई को बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि म्यांमार के सुरक्षा बलों ने म्यांमार में शिविर स्थापित करने वाले भारत विरोधी विद्रोही समूहों के खिलाफ कार्रवाई की है। आतंकवादी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी जो कुछ समय पहले असम राइफल्स के एक कर्नल और उनके परिवार की हत्या में शामिल था, उसपर भी जल्द एक्शन लिया जा सकता है।
पांच विद्रोहियों को विशेष विमान से लाया गया भारत
सूत्रों ने कहा कि भारतीय सेना भी इस संबंध में म्यांमार की सैन्य सरकार के संपर्क में है और उन्होंने हाल ही में पांच भारत विरोधी विद्रोहियों को भारतीय एजेंसियों को सौंप दिया था, जिन्हें एक विशेष विमान में लाया गया था।। सूत्रों ने कहा कि म्यांमार की कार्रवाई में विद्रोही समूहों को हुए नुकसान के बारे में अभी फिलहाल संपूर्ण जानकारी नहीं है।
पिछले साल पांच सैनिकों ने गंवाई थी जान
असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर सहित पांच सैनिकों को पिछले साल 13 नवंबर को मणिपुर में आतंकवादी हमले में शिकार बनाया गया था। इस हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और 8 वर्षीय बेटे ने जान गंवाई थी। भारत म्यांमार सीमा के पास आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर यह हमला किया गया था। इससे पहले, भारत ने डोगरा रेजिमेंट बटालियन के खिलाफ घात में शामिल भारत विरोधी विद्रोही समूहों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसमें लगभग 20 सैनिकों की जान चली गई थी।
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