अधिकारी लोहार समाज के साथ बैठक कर जाति आधारित जनगणना कराने का किया अपील
लोहार समाज ने एक स्वर में कहा लोहार मूल जाति है,इसका अलग से कोड निर्धारित कर जनगणना कराया जाय अन्यथा नही कराने की बात कही।
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ अमनौर‚ सारण (बिहार)
मूल जाति में लोहार जाति को शामिल न करने पर अमनौर के लोहार समाज कर रहे जाति जनगणना का विरोध,अपनी गणना कराने से किया इनकार।प्रगणक कई दिनों से दौर रहे है लेकिन वे किसी की बात सुनने को तैयार नही।गुरुवार को सूचना मिलते ही कई अधिकारी पहुँच,मामले को सुलझाने की कर रहे कोशिश लेकिन नाकाम रहे। प्रखण्ड के भेल्दी कार केयर परिसर में जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर व बीडीओ मंजूल मनोहर मधुप ने लोहार समाज के साथ एक बैठक कर जनगणना कार्य करवाने का अपील
किया,लेकिन लोहार समाज के लोगो ने एक स्वर में जाति जनगणना नही कराने की बात कह दिया।लोहार समाज के नेतृत्व कर रहे सुनील पाण्डेय, डॉ नागेंद्र शर्मा,चन्देश्वर पाण्डेय, भगवान पाण्डेय, देवेंद्र शर्मा ने कहा कि हम सभी लोग आदि काल से लोहार जाति से आते है,मेरा कमार जाति से दूर दूर तक कोई शाखा नही रहा है,सरकार किस आलोक में कमार जाति के उप जाति लोहार बनाया,लोहार समाज राजनीति के शिकार हो चुके है।कभी लोहरा, तो कभी लोहार,कभी पिछड़ी तो कभी अति पिछड़ी तो कभी एसटी कोटि में डालकर इस समाज को बंदर की तरह नचाया जा रहा है।
लोहार मूल जाति है।मूल जाति होने का जिक्र सभी दसतावेज में है।चार माह पूर्व ही लोहार जाति का गणना मूल जाति के रूप में कराने के लिए मांग की गई थी,लेकिन सरकार की मनसा लोहार जाति के प्रति साफ नही दिख रही,इसलिए जाति आधारित जनगणना कराने से कोई लाभ नही ,इन्होंने जाति आधारित गणना कराने से साफ इंकार कर दिया,इस मौके पर प्रमोद कुमार राजू,नीरज कुमार शर्मा,समेत दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे।
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जाति आधारित गणना की बीडीओ ने किया समीक्षा