केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला इस बार संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) के जरिये होगा जिसके लिए बुधवार यानी छह अप्रैल से छात्र आवेदन कर सकेंगे। यह परीक्षा एमसीक्यू (बहु वैकल्पिक प्रश्नों) के साथ-साथ कंप्यूटर आधारित होगी जो 13 भारतीय भाषाओं में आयोजित होगी। इस दौरान छात्र किसी भी एक भाषा का विकल्प चुन सकेंगे। इसकी परीक्षा जुलाई के पहले और दूसरे हफ्ते में प्रस्तावित है। तारीखों की घोषणा बाद में होगी।

छात्र छह मई तक कर सकेंगे आवेदन

सीयूईटी के आयोजन का जिम्मा शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) को दिया है। इसके लिए छात्र छह मई तक आवेदन कर सकेंगे। एनटीए ने पहले सीयूईटी के लिए दो अप्रैल से आवेदन प्रक्रिया शुरू करने का एलान किया था। बाद में तैयारियों में देरी के चलते इसमें बदलाव कर दिया था। इस परीक्षा में छात्रों को सामान्य ज्ञान और भाषा के साथ चुने गए विषयों से जुड़ी परीक्षा देनी होगी। परीक्षा के लिए एनटीए की ओर से दो स्लाट तैयार किए गए हैं। इनमें से एक 195 मिनट और दूसरा 225 मिनट का होगा।

छात्रों के पैसे और समय दोनों की होगी बचत

मालूम हो कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए अभी तक छात्रों को अलग-अलग आवेदन करना होता था। इस पूरी पहल को छात्रों के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। इससे उनके समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

शिक्षा के समानीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम

वहीं, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने फैसला किया है कि देश के सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एक सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। यूजीसी का कहना है कि यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) शिक्षा के समानीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।