सेना के जवान का राजस्थान के गंगानगर में निधन,गांव में मातमी सन्नाटा
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड की रामपुर पंचायत के महम्मदपुर गांव के स्व शिवजी सिंह के पुत्र व राजस्थान के गंगानगर में तैनात सैनिक 33 वर्षीय मुन्ना कुमार सिंह की मौत इलाज के दौरान मंगलवार की रात में हो गयी। सेना में नायक के पद पर कार्यरत मुन्ना सिंह गत पांच दिनों से बुखार से पीड़ित थे जिनका इलाज गंगानगर के सेना के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
मंगलवार की रात करीब आठ बजे अचानक उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गयी। तीन भाइयों में सबसे छोटे मुन्ना कुमार सिंह से बड़े भाई प्रमोद सिंह बिहार पुलिस में हैं। जबकि उनकी पत्नी नेहा कुमारी मुंगेर में बिहार पुलिस में पोस्टेड है। मुन्ना सिंह को दो पुत्र आलोक चार वर्ष और अर्णव दो वर्ष हैं।
मुन्ना सिंह 10 वीं बटालियन के बिहार रेजिमेंट में नायक के पद कार्यरत थे। बताया जाता है कि सैनिक मुन्ना सिंह 10 दिनों पूर्व तक लद्दाख के ग्लवान घाटी में तैनात थे। वहां से गंगानगर आने के बाद से उन्हें बुखार आने लगा था और बुखार के दौरान उनका निधन हो गया। उनके बड़े भाई विनोद सिंह ने बताया कि उनका पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर से पटना आयेगा और वहां से घर गुरुवार की शाम तक आयेगा। उनके निधन की सूचना मिलने के बाद से नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं व गणमान्य लोगों का उनके घर पहुंचने का सिलसिला जारी है।
इसी कड़ी में पहुंचे कांग्रेस नेता रिजवान अहमद ने परिजनों को सांत्वना देते हुए बिहार सरकार से मुन्ना सिंह के परिजनों को 50 लाख रुपये देने की मांग की। इस मौके पर मुखिया पति नौशाद आलम,अमन सिंह,मुख्तार सिंह, अखलाक अहमद,अमित सिंह, रामजी सिंह,मुखुत सिंह,सचिदा कुमार सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। इधर, सैनिक के निधन की खबर से उनकी मां फूलकांति देवी और पत्नी नेहा कुमारी अचेत पड़ी हैं। उनका इलाज चल रहा है।
यह भी पढ़े
क्या भारतीय समाज का ताना-बाना जाति व्यवस्था पर ही आधारित है?
भटकेशरी गांव के अवकाश प्राप्त शिक्षक हरिशंकर मिश्र अब इस दुनिया में नहीं रहे
क्या 33 साल तक राज करने के बावजूद बिहार की यह हालत क्यों हैं?
क्या भाजपा का फोकस हिंदुत्व और जातिवाद दोनों पर हो सकता है?
Navratri me 9 din ke prasad : नवरात्रि में 9 दिन लगते हैं 9 खास भोग, इससे होती है मनोकामना पूर्ण