धनबाद में लूटपाट करनेवाले कोढ़ा गैंग के तीन आरा में गिरफ्तार.
हजारीबाग से चोरी भगवान बुद्ध की मूर्ति रांची में मिली.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बरमसिया फाटक के पास देवर-भाभी से 50 हजार रुपए लूटनेवाले कोढ़ा गैंग के तीन सदस्य बिहार के आरा पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पिछले माह 12 फरवरी को तीनों के एक साथी कटिहार नया टोली निवासी रोमित मंडल को सरायढेला थाना क्षेत्र के बलियापुर रोड स्थित एक किराए के मकान से दबोचा गया था। छापेमारी के दौरान ये तीनों भी उस घर में मौजूद थे, लेकिन पुलिस को चकमा देकर ये लोग यहां से निकल गए थे।
आरा के धरहरा-बेगमपुर के पास 12 मार्च को कोढ़ा गैंग के सात सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े थे। इनमें रमन कुमार, उसका भाई विवेक कुमार तथा सिमोल कुमार उर्फ सिमोल यादव भी शामिल थे। जिस दिन रोमित को पकड़ने पुलिस बलियापुर रोड स्थित किराए के मकान में गई थी। उस दिन ये तीनों भी वहां मौजूद थे। आरा में तीनों गैंग के अन्य चार सदस्यों के साथ नाम बदल कर छिपे हुए थे। इसी साल एक फरवरी को कोर्ट मोड़ यूको बैंक से 50 हजार रुपए लेकर अपने घर जा रहे मनईटांड़ कुम्हारपट्टी निवासी टुम्पा दास और उनके देवर बापी सेन से इन्हीं चारों ने छिनतई की थी। गिरफ्तारी के दौरान रोमित के पास से खुजली पाउडर मिला था। आरा पुलिस ने भी जब उसके साथियों को को पकड़ा तो उनके पास भी खुजली पाउडर मिला।
तीनों को धनबाद के केस में किया जाएगा रिमांड
आरा में पकड़े गए रमन, विवेक और सिमोल को धनबाद के केस में भी रिमांड किया जाएगा। जल्द ही इसके लिए न्यायालय में अर्जी दाखिल की जाएगी। कोढ़ा गैंग के सदस्य पहले भी धनबाद में पकड़े गए हैं। यह गैंग पहले किसी शहर में बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है फिर उन्हीं बाइकों को लूटपाट के लिए प्रयोग में लाया जाता है। कटिहार के नया टोली और जुराबगंज में करीब 150 से अधिक लूटपाट के आरोपी रहते हैं। जो विभिन्न बिहार और झारखंड के अलग-अलग शहरों में घूम-घूम कर लूटपाट करते हैं।
झारखंड के हजारीबाग से खुदाई में मिली भगवान बुद्ध की दो मूर्तियां पिछले हफ्ते चोरी हो गई थीं। अब इनमें से एक मूर्ति राजधानी रांची से बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक राजनीतिक दल के सदस्य के घर से मूर्ति बरामद की है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस, आज शाम को प्रेस कांफ्रेंस के जरिए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे सकती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए शख्स ने पुलिस से कहा कि उसने पूजा के लिए मूर्ति मंगवाई थी। हजारीबैग से चोरों ने बैग में छिपाकर बाइक से मूर्ति को रांची पहुंचाया था। झारखंड पुलिस फिलहाल इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता रही है लेकिन सम्भावना है कि शाम तक इस सिलसिले में प्रेस कांफ्रेंस हो सकती हे। मूर्ति चोरी का लिंक बिहार से भी होना बताया जा रहा है। मुख्य आरोपी झाझा का रहने वाला है।
रांची से मिली मूर्ति का बौद्ध धर्मावलंबियों और पुरातत्व प्रेमियों के लिए बड़ा महत्व है। भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग की ओर से बहोरनपुर में खुदाई में मिली भगवान बुद्ध की दो मूर्तियां पिछले हफ्ते रात में चोरी हो गईं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, पटना के डायरेक्टर राजेंद्र देवरी ने बताया था कि सुबह छह बजे उन्हें बहोरनपुर में खुदाई स्थल पर तैनात जवानों ने सूचना दी कि वहां पर खुदाई में मिली भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएं, जो एक-दूसरे के ऊपर जुटी थीं और एक दीवार से चिपकी हुई थीं, गायब हैं।
राजेंद्र देवरी और उनकी साथ के पुरातत्वविदों की टीम ने तुरंत स्थल का निरीक्षण किया था। इसके बाद स्थानीय मुफस्सिल थाने को इसकी सूचना दी गई। लोगों ने एसपी से भी मुलाकात कर उन्हें घटना की जानकारी दी थी। इधर, मूर्ति चोरी होने की सूचना वायरल होने के बाद पुलिस विभाग और स्थानीय प्रशासन की गतिविधियां बढ़ गईं। खुद एसपी कार्तिक एस, डीसी आदित्य कुमार आनंद, एसडीओ विद्याभूषण, प्रोवेशनर आइएएस सौरभ भुवानियां, सीसीआर डीएसपी अनिता लकड़ा आदि ने घटनास्थल पहुंचे।
अधिकारियों के दल ने खुदाई स्थल के सभी जगहों का मुआयना किया। चोर किन-किन रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसकी जांच की गई। फिलहाल भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग की ओर से काम कर रहे सभी कर्मचारियों के नंबर जुटाए गए हैं। वहीं, जितने मजदूर काम कर रहे हैं, उनसे भी पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों ने बाहर से आए बौद्ध भिक्षुओं के दल से भी बात की। उन्हें भरोसा दिलाया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
सस्पेंड हो गए पांच पुलिसवाले
हजारीबाग के एसएसपी कार्तिक एस ने इस बारे में कहा था कि मूर्ति चोरों को शीघ्र बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने वहां सुरक्षा में तैनात पांच पुलिसकर्मियों को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। साथ ही क्राउड फोर्स को लगा दी थी।
चोरी की सूचना पर पहुंचे थे कई बौद्ध भिक्षु
चोरी की घटना के बाद कई बौद्ध भिक्षु बहोरनपुर पहुंचे। बौद्ध भिक्षु धाम रक्षित आगरा से पहुंचे। वही हरदोई से बौद्ध भिक्षु धर्मशील और आगरा से बौद्ध भिक्षु सील बोधी सहित कई बौद्ध धर्मावलंबी पहुंचे। बौद्ध भिक्षुओं ने घटनास्थल के आसपास क्षेत्र का भ्रमण कर इस घटना की निंदा की। बौद्ध भिक्षु संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धाम रक्षित ने कहा कि भारत में जहां-जहां विशेष चिह्न मिल रहे हैं, उसे हटा दिया जा रहा है। फिर उसके जगह नया चिह्न स्थापित कर दिया जाता है। जिला प्रशासन को ऐसे मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। उन्होंने डीसी और एसपी से मामले में संलिप्त आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की। यह भी कहा कि यह बौद्ध विरोधियों का षड्यंत्र है। इस घटना से बौद्ध धर्मावलंबी आक्रोशित हैं।
मूर्तियां देखने के लिए बहोरनपुर में लग रहा था जमावड़ा
बहोरनपुर में बुद्ध की प्रतिमा की चोरी के बाद दिनभर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहा था। प्रतिमा देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे थे। विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों के कार्यकर्ता भी मामले की जानकारी लेने पहुंचे थे।