*वाराणसी में जितनी तेजी से बढ़ी थीं गंगा, उतनी ही तेजी से घट रहा जलस्तर, माझियों ने जाहिर की अपनी खुशी*
*श्रीनारद मीडिया सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / गंगा का रौद्र रुप अब राहत में तब्दील होने लगा है। 12 अगस्त तक खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा अब चेतावनी बिंदू के नीचे पहुंच गई है। इससे मांझियों में भी खुशी की लहर है। वाराणसी में केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 17 अगस्त को शाम 7 बजे तक वाराणसी में गंगा का जलस्तर 67.88 मीटर पर था, जो 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है। दशाश्वमेध घाट पर मांझी लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि गंगा मां की कृपा हो गई कि वह अब शांत हो गई हैं और घटने लगी हैं। वरना हमारी रोजी रोटी बंद हो गई थी। गंगा का जलस्तर 1978 के मुकाबले केवल सात फुट बाकी रह गया था। उन्होंने बताया कि अगर पानी सात फुट और बढ़ जाता तो पानी बेनियाबाग तक पहुंच जाता। क्योंकि 78 में हम रेवड़तालाब, बेनियाबाग तक नाव लेकर सामना पहुंचाने गए थें। यह पानी उत्तराखंड और चंबल से बहकर आई थी, जिससे अचानक गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ गया था।
गंगा के घटाव से निचले इलाकों सहित वरुणा तटवर्ती क्षेत्रों से भी पानी लगभग निकल चुका है। सामनेघाट इलाके में स्थित मारुतिनगर, हरिओम नगर, नगवां स्थित गंगोत्री विहार कॉलोनी में रहने वाले बाढ़ का पानी हटते ही अपने अपने घरों में सफाई के लिए जुट गए हैं।