गाबा के इतिहास में आकाशदीप और बुमराह को दशकों तक याद रखेंगे ऑस्ट्रेलियाई कंगारू .!
गाबा टेस्ट का चौथा दिन, फॉलोऑन बचाकर तोड़ा कंगारुओं का हौसला
147 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
क्रिकेट का खेल तो यूं अपने अनिश्चितताओं के लिए विख्यात ही है लेकिन आज भारत की तय दिख रही हार को जसप्रीत बुमराह और आकाशदीप ने अपने रणकौशल से टाल दिया है । भारत और ऑस्ट्रेलिया के मध्य खेले जा रहे 2024-2025 का यह बॉर्डर गवास्कर ट्रॉफी एक बेहद दिलचस्प मोड़ पर आ पहुंची है जहां से एक तरफ इस सीरीज का विजेता टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगा तो दूसरी तरफ हारने वाली टीम में आमूलचूल बदलाव होने सुनिश्चित हैं । हम आज बात करेंगे गाबा ब्रिस्बेन की हरियाली पिच पर खेले जा रहे बॉर्डर गवास्कर ट्रॉफी के तीसरे मैच के बारे में।
पिछले दोनों मैचों में 1-1 की बराबरी कर चुकी दोनों टीमें इस मैच को जीतकर सीरीज में आगे जाकर अजेय होना चाहती हैं , जहाँ उम्मीदों के विपरीत रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया और जवाब में पहले दिन पूरी तरह से बारिश से बाधित इस मैच में बुमराह के 6 विकेट लेने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने 445 रन का एक ठीकठाक स्कोर बना कर भारत के सामने चुनौती रख दिया। वहीं 445 रन का पीछा करते हुए अपनी पहली पारी खेलने उतरी भारतीय टीम फिर से बल्लेबाजी में लप्पा फेंककर अपने बड़बोलेपन का शिकार हुई और यशस्वी जायसवाल फिर से मिचेल स्टार्क के शिकार बने।
ये वही जायसवाल हैं जिन्होंने अपनी बड़ी पारी के दौरान स्टार्क के गेंद को too Slow कहकर उकसाया था तबसे अब वो स्टार्क का ही शिकार हो रहे हैं। उसके बाद शुरू हुआ रोहित और कोहली का फ्लॉप शो । और यदि आज चौथे दिन के एल राहुल और रविन्द्र जडेजा ने जीवटता दिखाते हुए जो अविष्मरिय कारनामा कर दिखाया है उसने पिछले दौरे पर इसी गाबा में खेले गए ऋषभ पंत की पारी की याद ताजा करा दिया।
यदि इन राहुल और जडेजा के मध्य साझेदारी नहीं होती तो भारत के माथे पर आज ही हार लिख दिया गया होता । वैसे आज चौथे दिन इस मैदान पर एक नया इतिहास लिखा गया जिसमें दिन की पहली ही गेंद पर के एल राहुल का कैच छूटना , उसके बाद शानदार तरीके से उनका 82 रन बनाने के अलावा भी बहुत कुछ घटित हुआ । आज रोहित शर्मा फिर से फेल हुए और आज पिछले मैच के स्कोरर नीतीश कुमार रेड्डी भी कुछ खास नहीं कर पाए। लेकिन आज का इतिहास उसके बाद लिखा जाना शेष था , तभी रविन्द्र जडेजा जब 77 रन बनाकर आउट हुए तो लगभग 144 करोड़ भारतीयों ने यह मान लिया था कि आज हम फॉलोऑन करने जा रहे हैं और कल शायद हम ये मैच भी हार ही जायेंगे।
तभी मैदान पर चमत्कार हुआ और जसप्रीत बुमराह के साथ आज एक नए अनुभवहीन लेकिन जीवट खिलाड़ी आकाशदीप ने वो अविष्मरणीय कारनामा कर दिखाया जो ऑस्ट्रेलिया की मजबूत स्लेजिंग के सामने अच्छे अच्छे बल्लेबाज भी नहीं कर पाते हैं। आज की इस फॉलोऑन टालने वाली आखिरी विकेट की जो अटूट साझेदारी बुमराह और आकाशदीप ने निभाई है उसकी गूंज आज ऑस्ट्रेलिया के ड्रेसिंग रूम और होटल की गैलरी में फ्रस्ट्रेशन के रूप में निकल रही होगी । आज इन दोनों गेंदबाजों ने अपनी बल्लेबाजी से ना सिर्फ फॉलोऑन का ख़तरा टाला है बल्कि यूं कहें तो भारत के माथे पर लटकती हुई हार की तलवार की धार को ही कुंद कर डाला है ।
इस फॉलोऑन के टलने की खुशी आज भारत के ड्रेसिंग रूम में साफ देखी जा रही थी जब आकाशदीप ने चौका लगाकर टीम के स्कोर को फॉलोऑन के पार पहुंचाया। उस समय पूरी भारतीय टीम सेलिब्रेट कर रही थी और यह सुनिश्चित उसी समय हो गया कि अब मैच में हम हार के पार जा चुके हैं । अब यहां से भारत इस मैच को हार नहीं सकता और ऑस्ट्रेलिया कोई ब्लफ खेलकर रिस्क नहीं लेगी ।
इसलिए हम अब यह कहने की स्थिति में हैं कि आज बुमराह और आकाशदीप ने अपनी बल्लेबाजी से भारत के माथे पर तय दिखती हार को टालकर गाबा में एक नया इतिहास लिख दिया है । ऑस्ट्रेलियाई अब खीझकर कल कुछ उल्टा सीधा ना करें बस यही देखना है मैच के आखिरी पलों में । देखते हैं कि कल गाबा में कैसा खेल होता है।
बुमराह ने 147 के टेस्ट इतिहास को बदला
147 साल के टेस्ट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई गेंदबाज टेस्ट में 191 विकेट 19.81 की औसत से झटके हैं. इससे पहले दुनिया के किसी भी गेंदबाज ने इतनी कम औसत से 190 विकेट नहीं ले सका. बुमराह डब्ल्यूटीसी 2023-25 के चक्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं. वह 13 टेस्ट मैचों में सर्वाधिक 63 विकेट लेकर टॉप पर हैं जबकि 60 विकेट के साथ अश्विन दूसरे वहीं मिचेल स्टार्क 60 विकेट के साथ तीसरे नंबर पर हैं. बुमराह एक मैच विनर गेंदबाज हैं जो कई बार अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से टीम को जीत दिला चुके हैं.
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