बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर वाङ्गमय का पुनर्मुद्रण हो : अजीत कुमार सिंह
श्रीनारद मीडिया, पटना (बिहार):
भाकपा (माले ) के विधायक अजीत कुमार सिंह (Ajit Kushwaha) बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के विचारों को जन – जन तक पहुँचाने के अभियान में लगे हुए हैं ।
वे अपने विधायक निधि से अंबेडकर फाउंडेशन से हिंदी में 40 खंडों में प्रकाशित अंबेडकर वाङ्गमय अपने विधानसभा के प्रत्येक विद्यालय और पुस्तकालय को देना चाहते हैं । कई पुस्तकालयों में उन्होंने इसे अपने पास से खरीद कर दिया भी है।
इससे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के विचारों को जन – जन तक पहुँचाने में मदद मिलेगी । यह सस्ता भी है ।
40 पुस्तकें मात्र 1430रुपये में (रियायती नीति के अनुसार मात्र 1073 रुपये में) उपलब्ध हो जाती परंतु अब यह हिंदी में उपलब्ध नहीं है।
सर्वविदित है कि अंबेडकर फाउंडेशन भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अधीन कार्यरत संस्था है । उन्होंने भारत सरकार से आग्रह है कि वह तुरंत इसका पुनर्मुद्रण करें ।
इससे बाबा साहेब के विचारों सभी अवगत हो सकते हैं ।
उन्होंने भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के मंत्री को पत्र लिख कर
इसके पुनर्मुद्रण की माँग
की है ।
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पत्र
सादर ,
श्रीमान ( डॉ. ) वीरेंद्र कुमार
मंत्री ,
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय , भारत सरकार , नई दिल्ली
विषय – अंबेडकर वाङ्गमय के हिंदी संस्करण के प्रकाशन के संबंध में ।
महाशय ,
आपके मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत डॉ .अंबेडकर फाउंडेशन , नई दिल्ली से प्रकाशित अंबेडकर वाङ्गमय का हिंदी संस्करण बिक्री के लिए अनुपलब्ध है । पुस्तक अनुपलब्ध रहने से बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचार आम जनता तक नहीं पहुँच पा रहें हैं । नई पीढ़ी के लिए इस वाङ्गमय की उपयोगिता सर्वविदित है ।
आपसे आग्रह है कि अंबेडकर वाङ्गमय का हिंदी संस्करण को पुनः प्रकाशित करवाने की व्यवस्था करें । इसके लिए हम आपके आभारी रहेंगे ।
भवदीय
( अजित कुमार सिंह )
सदस्य , बिहार विधानसभा
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