छठ पूजा पर बिहार आने वाली गाड़ियों का बुरा हाल
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
लोक आस्था का महापर्व छठ पर प्रदेश वासियों का घर आने का सिलसिला शुरू हो गया है. सोमवार को दिल्ली, गुजरात, बंगाल और मुंबई सहित दूसरे राज्यों से आनेवाले ट्रेनों में यात्री भीड़ अधिक रही. हालांकि बिहार आने वाली लगभग सभी ट्रेनों का बुरा हाल है. आज पटना स्टेशन पर यात्रियों की काफी भीड़ देखने को मिली. पटना रेलवे स्टेशन पर आने वाली अधिकांश ट्रेनें खचाखच भरी है. वहीं बापूधाम मोतिहारी स्टेशन पर दिल्ली-मुजफ्फरपुर सप्तक्रांति व मिथिला से सैकड़ों की संख्या में यात्री उतरे. यही हाल जिले के चकिया, सुगौली, मेहसी अन्य स्टेशनों पर ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की भीड़ दिखी. ट्रेनों में खचाखच भीड़ के चलते यात्रियों को सफर में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
छठ पर्व में प्रदेश वासियों के घर आने का सिलसिला शुरू
बतादें कि मंगलवार से चार दिवसीय महापर्व छठ नहाय खाय से आरंभ हो जाएगा. ऐसे में मंगलवार और बुधवार को दूसरे राज्यों से आनेवाले ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ और अधिक होने की संभावना है. इसको लेकर आरपीएफ व जीआरपी पुलिस टीम यात्रियों की सुरक्षा सहित स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने में जुट गया है. बापूधाम मोतिहारी आरपीएफ प्रभारी चंदन पासवान ने बताया कि यात्री भीड़ को देखते हुए पदाधिकारी व जवानों की तैनाती स्टेशन पर की गयी है.
बिहार आने वाली गाड़ियों का बुरा हाल
लंबी दूरी से आनेवाले ट्रेनों की भीड़ को नियंत्रित करने को लेकर विशेष ध्यान रखा जा रहा है. उन्होंने यात्रियों से भी यात्रा के दौरान सावधान करने की अपील की है. इधर पर्व के मद्देनजर देर रात्रि आनेवाले ट्रेनों के यात्रियों की सुरक्षित घर तक यात्रा के लिए जिला पुलिस टीम ने बापूधाम मोतिहारी स्टेशन से शहरी क्षेत्र में नगर बस सेवा आरंभ की है. पुलिस सुरक्षा में बस से देर रात्रि में लोगों को उनके घर व मोहल्ले तक सुरक्षित पहुंचाने का काम किया जा रहा है. जिला पुलिस के इस कार्य की लोग खूब सराहना कर रहे हैं.
देश के पूर्वी हिस्सों में छठ पूजा का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में तो इसे कुछ ज्यादा ही श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, राजस्थान जैसे राज्यों में मजदूरी करने वाले हजारों प्रवासी इस अवसर पर अपने घर लौटते हैं। लेकिन ट्रेन में वे किस हालात में सफर कर रहे हैं, इसे देख कर आपका सर शर्म से झुक जाएगा। हालांकि रेल मंत्री को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
अभी सोशल मीडिया पर अंबाला की एक तस्वीर वायरल हो रही है। यह आपको हिला देगी। बीते दिनों वहां प्लेटफार्म नंबर दो पर जनसेवा एक्सप्रेस आई। उसमें सवार होने के लिए लोग दौड़ पड़े, लेकिन कहीं जगह नहीं। यहां तक कि ट्रेन के दरवाजे भी बंद। तब भी दो युवक हिम्मत कर ट्रेन में चढ़ गए। लेकिन अंदर के पैसेंजर्स ने दरवाजा नहीं खोला। मजबूरी में उन्होंने खुद को गमछे से ट्रेन से बांधा। यही नहीं, अपने बैग को भी खिड़की से बांधा।
चेयर कार में भी सफर का इंतजाम
एक और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह फोटो कुर्सी यान का दिख रहा है। इसमें एक नहीं बल्कि कई पैसेंजर अपने गमछे को उपर छत से लटके रिंग और सामान रखने वाले रैक से बांध दिया है। उसी गमछे के झूले में वे समा गए हैं और यात्रा कर रहे हैं।
दिल्ली में आनंद विहार से बिहार की ओर रवाना होने वाली एक ट्रेन के जनरल डिब्बे में सवार संजीव कुमार से हमारी बातचीत हुई। उनका कहना है कि किसी ट्रेन में टिकट है नहीं। इसलिए जनरल डिब्बे में किसी तरह घुस पाए हैं। अब छठी मईया ही पार लगाएंगी। उनका कहना है कि छठ पूजा उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए गांव जाना ही है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार दावा करते हैं कि पिछले साल छठ पर्व में करीब 4,000 स्पेशल ट्रेन चलाए गए थे। इस बार करीब 7,750 स्पेशल ट्रेन चलाये जा रहे हैं। इसके साथ ही ऑन डिमांड भी स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। मतलब कि जिस रूट पर पैसेंजर्स ज्यादा हैं, वहां ऑन डिमांड ट्रेन चलाई जा रही हैं।
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