बड़हरिया के लाल रॉबिन ठेठ भोजपुरी में कमेंट्री कर मचा रहे हैं तहलका
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार)
सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के नबीहाता गांव के सौरव सिंह उर्फ़ रॉबिन सिंह कमेंट्री बॉक्स में बैठकर भोजपुरी कमेंट्री का तड़का लगा रहे हैं।और पूरे देश में भोजपुरी की मिठास घोल रहे हैं। अपनी ठेठ भोजपुरी से सौरव सिंह उर्फ़ रॉबिन सिंह आजकल सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं और भोजपुरी भाषियों के बीच तहलका मचाये हैं।
इधर उनकी मज़ेदार कमेंट्री के वीडियो जितना वायरल हो रहे हैं,उतना ही कैलगढ़ क्षेत्र के लोग रोमांचित हो रहे हैं। विदित हो कि रॉबिन सिंह भोजपुरी के सुपरस्टार सांसद रवि किशन के साथ भोजपुरी की मिठास जब फिजाओं में बिखरते हैं तो प्रशंसक उन्हें वाहवाहियां देने में कोताही नहीं करते। जोड़ी एक साथ देखी जा रही है। बताया जाता है कि रॉबिन पिछले कई सालों से लोकल क्रिकेट टूर्नामेंट्स में भोजपुरी कमेंट्री करते आ रहे हैं।
इसके अलावा वो बिहार क्रिकेट टीम के कोच और फ़िजियो भी रह चुके हैं। रॉबिन सिंह की कमेंट्री में ‘जइसे गरमी में डोलेला बेना, एहसहीं घुमता इनकर गेना’, ‘गर्दा उड़ा देहलन, ‘छपरा टिसन पर गिरल हा गेना’ जैसे ठेठ देसी शब्दों की मिठास और भोजपुरी भाषा लहजे ने कमेंट्री को और भी मज़ेदार बना दिया है। विश्व की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में भोजपुरी कमेंट्री के रुप में जो सुमधुर आवाज हमारे कानों में गूंजती है, यह आवाज किसी और की नहीं है. बल्कि यह आवाज सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के नबीहाता गांव के निवासी और पूर्व शिक्षक रतन सिंह उर्फ विमल सिंह के पुत्र रॉबिन सिंह की है।
आईपीएल में भोजपुरी में कमेंट्री करने के लिए चयनित बड़हरिया के नबीहाता गांव के पूर्व प्राचार्य विमल सिंह उर्फ रतन सिंह व बिंदु देवी के पुत्र सौरव सिंह उर्फ रोबिन सिंह की इस बड़ी उपलब्धि से उनके गांव और घर में खुशी का माहौल हैं. रॉबिन सिंह की मां बिंदु देवी बेटे की इस उपलब्धि से काफी गदगद हैं। जिला हाई स्कूल छपरा से बतौर प्रिंसिपल सेवानिवृत्त रतन सिंह उर्फ विमल सिंह के साथ ही गांव और इलाके के मित्रों में खुशी का ठिकाना नहीं है।
गोपालगंज और पटना में जिनेक्स क्रिकेट एकेडमी के संचालक रह चुके रॉबिन सिंह वर्ष206-17 में अंडर-16 बतौर कोच क्रिकेट से मुहब्बत का फरिचय दे चुके हैं। भोजपुरी कमेंटेटर रॉबिन सिंह की कमेंट्री टीम में ढेर सारे सितारे हैं,जो अपने जलवे बिखेर रहे हैं. रॉबिन सिंह का कहना है कि पहली बार भोजपुरी में कमेंट्री करते गर्व की अनुभूति हो रही है।वे इसे भोजपुरी भाषियों और अपने लिए सुखद संयोग मानते हैं।
बचपन में उनके साथ श्रीकृष्ण हाइ स्कूल कैलगढ़ में क्रिकेट खेल चुके मंटू कुमार, चांद खान, कमलेश कुमार, नीरज मिश्र आदि ने बताया कि रॉबिन सिंह अच्छे क्रिकेटर और जिंदादिल इंसान हैं। वे ऑलराउंडर थे। लेकिन तेज गेंदबाजी में उन्हें महारत हासिल थी। उनके चचेरे भाई मुकेश सिंह कहते हैं कि गांव से आज भी वहीं लगाव व जुड़ाव है।
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