जीविका आश्रम जबलपुर में बसन्तोत्सव 2025 का हुआ आयोजन
मित्र-मिलन समारोह व जीवनशैली विषयक पर त्रि-दिवसीय आवासीय परिचय शिविर का हुआ आयोजन
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
जीविका आश्रम, अपनी वास्तु-शान्ति दिवस यानि बसन्त-पञ्चमी, सन २०१७ से प्रतिवर्ष इसी दिन ‘वार्षिक बसन्तोत्सव एवं आश्रम मित्र-मिलन समारोह’ आयोजित करते आ रहा है। इस वर्ष भी यह कार्यक्रम बसन्त पञ्चमी के अवसर पर 2 से 5 फरवरी, 2025 को भव्यता के साथ आयोजित हुआ।
पूर्वाह्न के कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के पूजन और हवन से हुई। जिसके साथ ही जीविका आश्रम से जुड़े स्थानीय कारीगरों ने अपने अपने स्टॉल लगाकर अपनी कारीगरी कलाओं का प्रदर्शन किया। इसी के साथ आश्रम से जुड़े लोगों का आना भी आरंभ हो गया। कार्यक्रम में स्थानीय जबलपुर के आश्रम-मित्रों के साथ-साथ पूरे देशभर से आश्रम-मित्रों का समागम हुआ।
अपराह्न के कार्यक्रम का आरंभ परंपरागत ‘कारीगर-यंत्र’ पर वरिष्ठ आश्रम-मित्रों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। भोपाल से पधारी श्रीमती सीमा बजाज जी ने कबीर गायन के साथ-साथ बसंत गायन की प्रस्तुति करके सबका मन मोह लिया। आगरा से पधारी प्रो. डॉ. लवली शर्मा जी, जो कि अपने समय की पहली सितार वादिका भी रही हैं, ने सितार वादन से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। आप दोनों का तबले पर साथ दिया, जबलपुर के प्रसिद्ध तबले वादक श्री लोकेश मालवीय जी ने। स्थानीय तम्बूरे वादक श्री जुगराज ने अपने वादन-गायन से सबको झूमने पर मजबूर कर दिया।
इसी अवसर पर गुरुजी स्व. श्री रवीन्द्र शर्मा जी, जो कि जीविका आश्रम के प्रमुख प्रेरणा स्रोत भी हैं, की बातचीतों पर आधारित पुस्तक ‘मसूरी संवाद, 2009’ का विमोचन भी किया गया। गौरतलब हो कि जीविका आश्रम गुरुजी श्री रवीन्द्र शर्मा जी की की बातचीतों पर आधारित दो भिन्न भिन्न पुस्तक शृंखलाओं – भारत गाथा एवं भारत कथा – के तहत कुल 15 पुस्तकों के प्रकाशन पर कार्य कर रहा है। यह पुस्तक, ‘भारत कथा’ शृंखला के तहत प्रकाशित पहली पुस्तक है। इसके पूर्व, ‘भारत गाथा’ शृंखला के तहत 3 पुस्तकें पहले ही प्रकाशित हो चुकी हैं।
कार्यक्रम के दौरान ही कार्यक्रम में पधारे सभी स्थानीय कारीगरों एवं कलाकारों को सम्मानित भी किया गया।
अगले तीन दिन यानि 3-4 और 5 फरवरी को भारतीय ग्रामीण जीवनशैली के समग्र परिचय के उद्देश्य से तीन दिवसीय आवासीय परिचय शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, आदि राज्यों से प्रतिभागी शामिल हुए और जीवनशैली विषयक चर्चाओं में भाग लिया। शिविर के दौरान ही स्थानीय बर्रा धाम शिष्य मण्डल द्वारा भजन संध्या का आयोजन भी हुआ।
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