फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा विधायकों की बोधगया में कार्यशाला होगी,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. कांग्रेस जहां अपने विधायकों को दल बदल के डर से पहले ही तेलंगाना भेजी चुकी है. वहीं जदयू विधायकों को पटना में दो दिवसीय कार्यक्रम को लेकर बुलाया गया है. इधर भाजपा ने अपने 78 विधायकों, एमएलसी सहित प्रदेश स्तर के पार्टी नेताओं को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर गया के बोधगया में जुटने का निर्देश दिया है.
महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में होगा प्रशिक्षण
विधायकों के जुटने को लेकर पहले तो गोपनीयता बरती गयीए लेकिन भाजपा नेताओं की हलचल के बाद ये बात सामने आयी. बोधगया के महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में शनिवार व रविवार को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर स्थानीय पार्टी नेताओं ने सांस्कृतिक केंद्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर जायजा भी लिया. भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश सिंह चिंटू ने कुछ बोलने से परहेज किया.
दोनों डिप्टी सीएम होंगे शामिल
वहीं भाजपा के बिहार प्रदेश संगठन महामंत्री भिखु भाई दलसानिया से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो पायी. पार्टी सूत्रों के अनुसार दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में बिहार सरकार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा के अलावा गया नगर विधायक सह मंत्री डॉ प्रेम कुमार का संबोधन कार्यक्रम है. कार्यक्रम की रूपरेखा व तैयारी को लेकर पार्टी के बिहार प्रदेश संगठन महामंत्री श्री दलसानिया के भी गया पहुंचने की सूचना है. वहीं सभी विधायकों व अन्य पार्टी नेताओं को बोधगया के दो निजी होटलों में ठहराने की व्यवस्था की गयी है.
भोज पर जुटेंगे जदयू विधायक
12 फरवरी को बिहार विधानसभा में विश्वास मत से पहले जदयू ने भी अपने सभी विधायकों को शनिवार तक राजधानी पटना पहुंचने का निर्देश दिया है. सभी विधायकों को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर शनिवार को आयोजित भोज में आमंत्रित किया गया है. वहां इस भोज के अवसर पर सभी विधायकों की उपस्थिति दर्ज होगी. सूत्रों के अनुसार इस भोज के दौरान ही विधानसभा में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा होगी. इसके साथ ही जदयू ने अपने विधानमंडल के नेताओं की बैठक रविवार को मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास पर आयोजित किया है. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी मौजूद रहने की संभावना है. बैठक के दौरान विधानसभा की कार्यवाही को लेकर विशेष रूप से विमर्श होगा.
लोकसभा चुनाव की रणनीति पर होगा विचार
पार्टी नेताओं के मुताबिक इस कार्यक्रम में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर रणनीति पर प्रशिक्षण व विमर्श होगा. हालांकि राज्य सरकार के विश्वास मत और विधानसभा सत्र से ठीक पहले आयोजित हो रहे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सियासी गलियारों में ऐसी भी चर्चा हो रही है कि भाजपा को पार्टी में टूट का डर सता रहा है. इसलिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.
बजट सत्र को लेकर रणनीति होगी तैयार
कार्यक्रम के दौरान ही विधानमंडल के आगामी सत्र को लेकर रणनीति भी तैयार होगी. बिहार भाजपा के सभी विधायक व विधान पार्षद प्रशिक्षण कार्यक्रम के ठीक अगले दिन 12 फरवरी को बिहार विधानमंडल का सत्र है. ऐसे में विधायकों को सत्र में भाग लेने के लिए इससे पहले लौटने का निर्देश दिया गया है.
विधानसभा का सत्र 12 फरवरी से
बीजेपी ने विधायकों को प्रशिक्षण शिविर में बुलाने की जिम्मेदारी मुख्य सचेतकों को दी है. विधानसभा और विधान परिषद के मुख्य सचेतक नियमित रूप से सभी सदस्यों को फोन कर प्रशिक्षण शिविर में आने की जानकारी दे रहे हैं. गौरतलब है कि बिहार विधानसभा का सत्र 12 फरवरी से शुरू हो रहा है. एनडीए सरकार को पहले ही दिन विश्वास मत जीतना है. इससे पहले सत्ता पक्ष के विधायकों को पूरी तरह एकजुट रखने की कोशिश की जा रही है.
कांग्रेस ने विधायकों को भेजा हैदराबाद
बता दें कि बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस के सभी विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया. जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज हुई कि कांग्रेस को उनके खेमे में सत्ताधारी पार्टी सेंधमारी किए जाने जा डर सता रहा है. इसलिए विधानसभा स्तर में ही विधायकों को बिहार लाया जाएगा. हालांकि बिहार कांग्रेस ने अपने विधायकों पर सत्तारूढ़ एनडीए द्वारा डोरे डाले जाने की चर्चा को अफवाह करार दिया है. साथ ही अपने सभी 19 विधायकों को एकजुट बताया है.