फाइलेरिया रोधी दवा से वंचित लाभार्थियों को मॉप-अप राउंड के दौरान खिलायी जायेगी दवा
• छूटे हुए क्षेत्र और घरों का भ्रमण करेंगी आशा कार्यकर्ता
• शत-प्रतिशत दवा सेवन के लिए चलेगा मॉप-अप राउंड
• 17 दिनों तक चलाया गया सर्वजन दवा सेवन अभियान
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर/छपरा (बिहार):
फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले में 17 दिनों का सर्वजन दवा सेवन अभियान के बाद मॉप-अप राउंड चलाया जायेगा। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 10 फरवरी से प्रारंभ हुआ सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान 17 दिवसीय सफल संचालन के बाद पूर्ण हो चुका है। इस दौरान सभी लक्षित जिलों में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए व्यापक स्तर पर दवा सेवन कराया गया।
मॉप-अप राउंड को लेकर अपर निदेशक सह प्रभारी राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, फाइलेरिया डॉ. यज्ञ नारायण पाठक ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जिला भेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मॉप-अप गतिविधि को प्रभावी ढंग से संपन्न कराएं और इसकी अंतिम रिपोर्ट 15 मार्च 2025 तक राज्य फाइलेरिया कार्यालय को प्रस्तुत करें।
एक सप्ताह तक चलेगा मॉप-अप राउंड:
कार्यक्रम की सफलता को और सुदृढ़ करने के लिए अब 17 दिवसीय अभियान के उपरांत एक सप्ताह का मॉप-अप राउंड संचालित किया जाएगा, जो 8 मार्च तक चलेगा। इस चरण में उन घरों, क्षेत्रों और व्यक्तियों को कवर किया जाएगा जो किसी कारणवश दवा सेवन से वंचित रह गए थे। विशेष रूप से मास- रिफ्यूजल और छूटे हुए क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए शत-प्रतिशत आच्छादन सुनिश्चित किया जाएगा।
फाइलेरिया मुक्त समाज के संकल्प को साकार करने में योगदान दें:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए यह अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और सुनिश्चित करेगा कि हर नागरिक को आवश्यक दवा मिले। स्वास्थ्य विभाग ने जनता से भी अपील की है कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और फाइलेरिया मुक्त समाज के संकल्प को साकार करने में योगदान दें।
सभी स्वस्थ व्यक्तियों को खानी चाहिए दवा:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। इसके लक्षण 5 से 10 सालों में दिखाई देते हैं। इसलिए इससे बचाव हेतु लोगों को सर्वजन दवाओं का सेवन कराया जाता है। सभी स्वस्थ व्यक्ति को इस दवा का सेवन करना चाहिए।
खाली पेट दवा नहीं खानी है। दवा खाने से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के बारे में उन्होंने बताया कि दवा खाने से शरीर के अंदर मरते हुए परजीवी की वजह से कभी-कभी किसी व्यक्ति को सिर दर्द, बुखार, उल्टी, बदन पर चकते एवं खुजली हो सकते हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह स्वत: ठीक हो जाता है। फिर भी ज्यादा दिक्कत होने पर ऐसे लोगों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाता है।
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