निदेशक के आदेश के बाद भी बीईओ पदभार देने से कर रहे हैं इंकार
*दरौली के शिक्षा पदाधिकारी के पद पर एक साथ दो पदाधिकारी के होने से शिक्षकों में बनी हुई है चर्चा का विषय।
श्रीनारद मीडिया‚ अमित कुमार‚ दरौली‚ सीवान (बिहार)
सीवान जिले के दरौली प्रखंड में शिक्षा विभाग में विगत 3 महीने से उलटफेर की स्थिति बनी हुई है। निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) पटना के ज्ञापांक-/8अ०शि०9-21/ 2019 222/ दिनांक-16 मार्च 2023 को जारी आदेश के मुताबिक वर्तमान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दरौली के रूप में मैरवा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नीलम कुमारी को अतिरिक्त पदभार दिया गया है, लेकिन निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) के पारित आदेश के बाद भी निवर्तमान प्रभारी शिक्षा पदाधिकारी तारकेश्वर प्रसाद गुप्ता ने अपना पदभार देने से साफ मना कर दिया। यह कह कर कि जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) पटना के पारित आदेश को खारिज कर दिया है।12 जनवरी 2032 से अब तक दरौली में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के स्थानांतरण व पदस्थापन के बीच ओहफोह की स्थिति बनी हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 जनवरी 2023 को मैरवा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती नीलम कुमारी को अतिरिक्त प्रभार के रूप में दरौली प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। लेकिन कारण जो भी हो दो फरवरी 2023 को विभाग ने अपना ही उक्त आदेश को निरस्त करते हुए श्रीमती नीलम कुमारी को दरौली प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के रूप में दिए गए अतिरिक्त प्रभार को वापस ले लिया।
इसके बाद निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) पटना के द्वारा 16 मार्च 23 को श्रीमती नीलम कुमारी को पुनः दरौली प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार के रूप में निर्देश पारित कर दिया गया। इसके बाद भी निवर्तमान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दरौली तारकेश्वर प्रसाद गुप्ता ने निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) पटना के आदेश के बाद भी श्रीमती नीलम कुमारी को अपना प्रभाव देने से यह कहकर इंकार कर दिया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा उक्त आदेश को निरस्त कर दिया गया है। आश्चर्य की बात यह है कि 16 मार्च को निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) पटना के स्थानांतरण संबंधी निर्गत आदेश प्राप्ति के बाद भी निवर्तमान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तारकेश्वर प्रसाद गुप्ता के द्वारा अनवरत रूप से अपने पोषक क्षेत्रों के विद्यालयों का औचक निरीक्षण लगातार किया जा रहा है जो कहीं से भी न्याय संगत या नियम संगत प्रतीत नहीं हो रहा है।
निदेशक के आदेश के बावजूद भी एक तरफ जहां तारकेश्वर प्रसाद गुप्ता दरौली प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार नहीं छोड़ना चाह रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इनके द्वारा क्षेत्र में लगातार विद्यालयों का औचक निरीक्षण और क्षेत्र के संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना इनके कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह अंकित कर रहा है। विगत 3 महीने में दरौली प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों के बीच इन्होंने जातिवादी व्यवस्था इस तरह से स्थापित कर दिया है कि प्रखंड क्षेत्र के सभी शिक्षक जातिगत आधार पर दो खेमे में बट से गए हैं और यह किसी भी हाल में ना तो शिक्षा विभाग के हित में है, ना ही शिक्षकों के हित में है, ना तो पोषक क्षेत्र के छात्रों के हित में ही है। और इन सभी स्थितियों से अवगत होते हुए भी जिला शिक्षा पदाधिकारी की मौन स्वीकृति को स्थानीय लोग इस खेल में जिला शिक्षा पदाधिकारी के बराबर की हिस्सेदारी को स्वीकार करने पर मजबूर हो रहे हैं।
पूछे जाने पर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष रंजन कुमार राय ने बताया कि निवर्तमान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तारकेश्वर प्रसाद गुप्ता को दरौली के अतिरिक्त प्रभार के प्रति इतना मोह कहीं ना कहीं से उनके कर्तव्य हीनता एवं कुंठित मानसिकता का प्रदर्शन करता है।
पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने बताया कि इससे संबंधित किसी भी पत्र की जानकारी मुझे अब तक प्राप्त नहीं है। पटना मीटिंग में आए हुए हैं। लौटने के बाद इसे देख कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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