भइले मिथिला नगरिया निहाल सखिया…..
श्री राम कथा के पंचम दिन पूज्य राजन जी द्वारा राम विवाह प्रसंग सुन थिरक उठे श्रद्धालु
सोहति सीय राम कै जोरी।
छबि सिंगारु मनहुँ एक ठोरी॥
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम सिर्फ सनातन संस्कृति के आदर्श पुरुष ही नहीं है। अपितु वे लोक परंपराओं के शाश्वत प्रतिनिधि भी है। उनके जीवन का हर प्रसंग हर श्रद्धालु के लिए आत्मीयता से भरा होता है। शायद यहीं कारण है कि शनिवार को जब नगर के गांधी मैदान में चल रही नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के पंचम दिन जब पूज्य राजन जी महाराज ने प्रभु श्रीराम के विवाह का प्रसंग सुनाया तो लगभग मौजूद हर श्रद्धालु थिरक उठा। गौरतलब है कि सीवान जिले के स्थापना के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में जिले में सकारात्मकता, संचेतना, समरसता के संचार के उद्देश्य से नगर के हृदय स्थल गांधी मैदान में सनातन संस्कृति न्यास, सीवान द्वारा पूज्य राजन जी महाराज के श्रीमुख से नौ दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है।
पूज्य राजन जी महाराज ने श्री राम कथा के दौरान कहा कि जीवन में अगर भजन हो तो पूरा जीवन धन्य हो जाता है। प्रभु के नाम स्मरण से बढ़कर दुनिया में कुछ भी नहीं है। भगवान का नाम लेने से आस पास का वातावरण भी दिव्य हो जाता है। किसी भी विपरीत परिस्थिति में यदि आप प्रभु नाम उच्चारित करते हैं तो आपको सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति होना निश्चित है।
उन्होंने भगवान राम और सीता के विवाह का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि रघुनंदन के सुंदर स्वरूप को देखकर मिथिला नगरी निहाल हो गई। उन्होंने कहा कि जिसकी जैसी भावना होती है प्रभु की मूरत भी उसे वैसे ही दिखाई देती है।
श्री राम कथा सुनाते हुए पूज्य राजन जी महाराज ने कहा कि अपने उत्थान के लिए किसी पर निर्भर रहना उचित नहीं है। अपितु उत्थान के लिए आत्मनिर्भर प्रयास की आवश्यकता होती है। इस आत्मनिर्भरता के बीज बचपन से ही बच्चों में माता पिता को भरना चाहिए। इससे बच्चों के आत्मविश्वास को एक महत्वपूर्ण आधार मिलता है। यहीं आत्मविश्वास उन्हें जिंदगी की चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम बनाता है।
शनिवार को कथा श्रवण के लिए सीवान के पुलिस अधीक्षक श्री शैलेष कुमार सिन्हा भी पहुंचे। कथा के समापन पर पूज्य राजन जी महाराज ने उन्हें अपना मंगल आशीष प्रदान किया जबकि श्री राम कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉक्टर रामेश्वर कुमार, डॉक्टर शरद चौधरी और डॉक्टर राजन कल्याण सिंह ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कथा श्रवण के लिए डॉक्टर ए के अनिल, डॉक्टर जे एन प्रसाद, डॉक्टर विनोद शर्मा, डॉक्टर संगीता कुमारी, डॉक्टर कंचन माला गुप्ता, डॉक्टर सरिता कुमारी, डॉक्टर नेहा शर्मा, अभिषेक कुमार भी पहुंचे थे।
पूर्व एमएलसी मनोज सिंह, धर्मवीर सिंह, मृत्युंजय कुमार आदि दैनिक यजमान के रूप में कथा में सम्मिलित रहे।
वहीं जीरादेई में खरगी रामपुर निवासी व गुजरात प्रवासी महाराज जी के समधी रामेश्वर मिश्रा, हरेंद्र नाथ मिश्रा, व रविंद्र मिश्रा जी का श्रीराम कथा आयोजन समिति ने प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया जबकि लखनऊ से पधारे अमित कुमार सिंह, तमकुही रोड से पधारे आदित्य कुमार तिवारी,सविता पब्लिक स्कूल के निदेशक प्रताप शेखर सिंह, ब्लॉक किसान सूचना सलाहकार समिति के अध्यक्ष कौशल किशोर सिंह, मैरवा से पधारे विनय शाही,वशिष्ठ पाठक, कृष्ण मोहन तिवारी,सौमिल उपाध्याय, संस्कार भारती सीवान के अध्यक्ष बृज मोहन प्रसाद, आशुतोष चौबे, श्रीराम जन्मोत्सव के मीडिया प्रभारी सतीश कुमार सिंह, संजय कुमार, डॉ आर.एन.ओझा, विनय पाठक,विजय शंकर पाण्डेय,नगर के व्यवसायी पिंकेश सिंह को गुरु जी ने पटका भेंट कर सम्मानित किया।
कई श्रद्धालुजन अपने साथ श्री लड्डू गोपाल को भी ला रहे हैं, जिससे माहौल और खुशनुमा बन जा रहा है। कथा प्रारंभ होते ही पांडाल श्रद्धालुओं से भर जा रहा है। कथा के दौरान जिस तरह भीड़ उमड़ रही है उससे देखकर ऐसा लग रहा है कि सनातन संस्कृति न्यास , सीवान का यह आयोजन सीवान का एक सुंदर इतिहास बनने जा रहा है।
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