पटना में 1500 रुपये में घर से शव उठाकर अंतिम संस्कार कराएगा
भामाशाह फाउंडेशन
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क :
कोरोना काल में शवों का अंतिम संस्कार एक बड़ी समस्या बन गया है। कोरोना संक्रमण के डर से लोग पड़ोस में तो दूर अपने घर में स्वजन के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी से भागने लगे हैं। अकेले पटना जिले में एक हफ्ते के अंदर कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें स्वजनों और पड़ोसियों की बेरुखी के बाद प्रशासन और स्थानीय समाजसेवियों को पहल कर शव का अंतिम संस्कार करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी उन घरों में है, जिनका परिवार छोटा है और कोई युवा सदस्य घर पर नहीं रहता है। ऐसे लाेगों के लिए शहर का भामाशाह फाउंडेशन मददगार बन कर आया है।
यह फाउंडेशन घर से शव को अपने वाहन से ले जाएगा और अपने खर्च पर अंतिम संस्कार कराएगा। स्वजनों को विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार के लिए 1500 रुपये और लकड़ी से अंत्येष्टि के लिए 4900 रुपये देने होंगे। कफन, नाई, ब्राह्मण, डोमराजा, पीतांबरी, धूप, अगरबत्ती, चुका-कपटी, चंदन की लकड़ी आदि फाउंडेशन अपनी तरफ से उपलब्ध कराएगा।
पटना नगर निगम के आयुक्त हिमांशु शर्मा ने भामा शाह फाउंडेशन के इस प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है। नगर आयुक्त ने सभी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि शव के अंतिम संस्कार के लिए फाउंडेशन से संपर्क करें।
भामाशाह फाउंडेशन निगम के सभी अंचलों में चालकों के साथ एक-एक शव वाहन उपलब्ध कराएगा। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। मोबाइल नंबर भी जारी किया जाएगा। भामाशाह फाउंडेशन ने दीघा घाट, बांसघाट, गुलबीघाट, खोजकलां घाट पर अंतिम संस्कार के लिए समुचित जगह की मांग की है।
- हर अंचल में एक-एक शव वाहन 24 घंटे रहेगा उपलब्ध
- लकड़ी से दाह संस्कार में लगेंगे 4500 रुपये
- नगर आयुक्त ने प्रस्ताव को किया मंजूर
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