भारत स्काउट और गाइड बिहार प्लास्टिक टाइड टनर्स ने राज्य स्तरीय वेबीनार का किया आयोजन
श्रीनारद मीडिया,के. के. सिंह सेंगर, छपरा ग्रामीण (सारण)।
भारत स्काउट एवं गाइड, बिहार राज्य द्वारा प्लास्टिक टाइड टर्नर चैलेंज की गतिविधि पूरे बिहार राज्य में संचालित किया जा रहा है। गुरुवार को राज्य स्तरीय वेबीनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार में बिहार के 27 जिलों के 245 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। वेबीनार का उद्घाटन राज्य सचिव श्रीनिवास कुमार ने किया। कार्यक्रम का संचालन राज्य समन्वयक ऋतुराज ने किया।
इस कार्यक्रम में सारण जिले भारत स्काउट और गाइड के डिस्ट्रिक्ट क्वार्डिनेटर आशीष रंजन प्लास्टिक टाइड टनर्स ने अपने साथ साथ 46 प्रतिभागियों को जोड़ा और प्लास्टिक मुक्त बिहार बनाने का सपथ दिलवाया।
यह कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के दिशा निर्देश में चलाए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एकल युज प्लास्टिक एवं पॉलिथीन को अपने दैनिक जीवन से दूर करने एवं प्राकृतिक को बचाने हेतु यह अभियान वैश्विक स्तर पर चलाया जा रहा है। ऋतुराज राज्य समन्वयक प्लास्टिक टाइड टर्नर, बिहार ने बताया कि प्लास्टिक प्रदूषण का वायु, जल और थल तीनों ही प्रदूषण में बहुत बड़ा योगदान है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 100 वर्षों में जितने प्लास्टिक का उत्पादन नहीं हुआ, उतना पिछले 10 वर्षों में हुआ है। प्रयुक्त प्लास्टिक में 50 प्रतिशत स्थान सिंगल यूज़ प्लास्टिक का है। कुल कचरों में 10 प्रतिशत प्लास्टिक कचरा पाया जाता है। हमारे द्वारा फेंका गया प्लास्टिक वर्षा के जल को जमीन के नीचे जाने से रोकता है, जो भूजल स्तर में कमी लाने के कारण के रूप में उभर रहा है। इसके इस्तेमाल को बंद कर हमें इसके विकल्प के रूप में उपलब्ध चीजों का ही उपयोग करना चाहिए। यहां एक वैश्विक समस्या है जो दुनिया भर में इंसानी गतिविधियों के कारण, हर साल 30 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा पैदा होता है। जिसमें से लगभग 80 लाख टन महासागर में जा गिरता है। पिछले 50 वर्षों में, प्लास्टिक उत्पादन 22 गुना से अधिक बढ़ गया है। इस अभियान को सफल बनाने हेतु पूरे बिहार में 50 हजार से अधिक लोगों को संकल्प दिलाने हेतु ऑनलाइन संकल्प अभियान 13 मई 2021 से 30 मई 2021 तक चलाया गया है।
इस अभियान में अधिकतर युवा वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया गया है। इस मौके पर राज्य सचिव श्रीनिवास कुमार ने कहा कि इस अभियान में सभी वर्ग के लोगों को जोड़ना चाहिए। क्योंकि यह अभियान प्राकृतिक से संबंधित है और हमें अपनी प्राकृतिक को बचाना है, नहीं तो आने वाले समय में मानव जीवन खतरे में आ जाएगा। इस अभियान से जुड़े सभी युवाओं को इन्होंने अपना स्नेह भरा आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए जिला युवा समन्वयक वैशाली ने बताया कि प्लास्टिक एक ऐसी वस्तु है जो नष्ट नहीं हो सकती है। इससे हमारे पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक की पॉलीथिन, बोतलें, प्लेट, चम्मच, गिलास आदि का प्रयोग नहीं करने की हिदायत दी।
उन्होंने कहा कि घर का गिला व सूखा कचरा अलग कर निस्तारित करने, पॉलीथिन के बजाय जूट के थैलों का इस्तेमाल करने, प्लास्टिक की कटलरी का इस्तेमाल रोकने के साथ ही अपने परिवार और आसपास के लोगों को इस संबंध में जागरूक करते हुए शपथ भी दिलाई जाये। पूरे बिहार में स्काउट गाइड चलाए जाएंगे जिला स्तर पर ऑनलाइन वेबीनार, संकल्प अभियान, घर पर प्लास्टिक ना यूज करने हेतु की जाएगी चर्चाएं।ऑनलाइन क्विज , लेखन एवं स्लोगन प्रतियोगिता संचालित किए जाएंगे। ताकि कोविड-19 महामारी के समय जो हमारे युवा वर्ग अपने घर में हैं वह अपने घर से ही इस गतिविधि को करेंगे।
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