भी.एच.एस.एंड.डी. सत्र स्थलों पर टेलीमेडिसीन से उपलब्ध कराए जाएंगे चिकित्सीय परामर्श

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ई-संजीवनी एवं टेलीमेडिसीन को लेकर एएनएम को मिला प्रशिक्षण:
ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग के बढ़ रहे कदम:

श्रीनारद मीडिया‚ मधेपुरा,  (बिहार)


स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण एवम् दूर दराज के क्षेत्रों के लोगों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर अपने प्रयास में तेजी ला रहा है। लोगों को सुविधाजनक तरीके से बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को ले राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग एवं संकल्पित है। खासकर दुर्गम इलाके के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिले, इसके लिए सरकार काफी गंभीर है। इसे सुनिश्चित कराने के लिए अब लोगों को प्रतिदिन टेलीमेडिसीन ,ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन की स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। इसमें ई-संजीवनी ओपीडी मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन मरीजों की स्वास्थ्य जाँच होगी। योजना को पूर्णतः धरातल पर उतारने के लिए एएनएम को प्रशिक्षित किया जा रहा है । इसी कड़ी में मंगलवार को जिले के प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य केद्रों में 20-20 एएनएम को जिला स्तरीय प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण देने का कार्य प्रखंड स्तरीय एम् ओ आई सी एवम् बी एच एम के द्वारा किया गया।

टेली कंसल्टेशन के माध्यम से गर्भवती महिलाएं, अतिकुपोषित बच्चे इत्यादि हेतु रेफरल की सुविधा होगी उपलब्ध:
जिले के सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक द्वारा 12 जनवरी को प्रशिक्षण के संबंध में पत्र जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में पूर्व से ई संजीवनी एवं टेलीमेडिसीन की सुविधा दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग इन सुविधाओं को और सुदृढ़ करने के लिए कृत्संकल्पित है। इसी क्रम में अब जिले के सभी भी. एच. एस. एंड डी. सत्र स्थलों पर टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने की कवायद तेज की गई है। उन्होंने बताया कि एच. एस. एंड डी. सत्र स्थलों पर पूर्व से दी जा रही सेवाओं के अतिरिक्त टेलीमेडिसीन के माध्यम से अब चिकित्सीय परामर्श की सुविधा भी लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य स्तर से प्राप्त निर्देश के आलोक में. एच. एस. एंड डी. सत्र स्थलों पर टेली कंसल्टेशन के माध्यम से अत्यंत गंभीर केस यथा – गर्भवती महिलाएं, अतिकुपोषित बच्चे इत्यादि हेतु रेफरल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। उसके साथ ही रोगी को रेफर किए गए स्वास्थ्य संस्थानों से रोगी की स्थिति का पता भी लगाया जाएगा।

एएनएम के सहयोग से मरीजों को मिलेगी ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवा की सुविधा:
ग्वालपाड़ा एवम् पुरैनी पी एच सी में आयोजित प्रशिक्षण में चिकित्सा पदाधिकारियों एवम् बी. एच. एम्. के द्वारा बताया गया कि टेलीमेडिसीन की स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए मरीजों को अपने नजदीकी चयनित स्वास्थ्य संस्थान पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद वहाँ तैनात एएनएम के द्वारा ऑनलाइन विभाग द्वारा जारी पोर्टल के माध्यम के टेलीमेडिसीन स्वास्थ्य सेवा की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार एएनएम द्वारा मरीजों को दवाई समेत अन्य चिकित्सा सेवा सुनिश्चित कराई जाएगी। प्रशिक्षकों ने बताया कि अब इलाज कराने के लिए मरीजों को अस्पताल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा बल्कि उन्हें सुविधाजनक तरीके से पूरी तरह निःशुल्क ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलेगा।

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