भोजपुरी लोकगायिका चंदन तिवारी की मां रेखा तिवारी का निधन
आखर की सक्रिय सदस्य थी रेखा तिवारी
आखर परिवार ने किया शोक व्यक्त
भोजपुरी लोक गीत के लिए अपूर्णीय क्षति
आलेख – नवीन भोजपुरिया
नारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क/
जब केहू आपन जाला !
रेखा चाची , भोजपुरी लोकगीतन के गूगल सर्च जइसन रहली ह । जहाँ विद्वान लोग विधा के हिसाब से कुछ गीतन के व्याख्या करत रहल ह ओजुगे एक एक विधा प चाची के लगे बीसन से बेसी गीत रहत रहल ह । आखर वर्चुअल महोत्सव में चाची से बात होत रहे , आखर खातिर चाची कुछ थाती तइयार करत रहली जवना में गारी गीत, परिछावन गीत के संकलन रहे । तकरीबन डेढ महीना पहिले हमरा से बात रहे , ओह घरी कोरोना भी ना रहे, आ एहि गीतन के संकलन प काम करे के योजना रहे । ई-बुक भी ले आवे के रहे , एगो अ चुकल रहे ।
बाकिर उहे बा, जतना रउवा चाहब जतना रउवा सोचब ओतना ना कबो होला ना कबो मिलेला । चाची के गइला से हमार आपन जवन निजि क्षति भइल बा उ त बड़ले बा बाकिर भोजपुरी लोक के जवन नुकसान भइल बा हमरा नइखे लागत कि दुर दुर तक ओह नुकसान के भरपाई करे वाला केहू बा ।
सैकड़न गीतन के हजारन बेर से बेसी हाली आवाज देबे वाली रेखा चाची , ओह समाज में संघर्ष क के आगे बढल बाड़ी जवना समाज में बेटी पतोहि के घर के चौकठ के बहरी डेग डाले के मनाही रहल । रेखा चाही, ना खाली खुद बलुक अपना बेटी चंदन तिवारी के गुरु बन के भोजपुरी के सुप्रसिद्ध लोकगायिका बनवली ।
भोजपुरी लोकसंगीत जगत के रेखा चाची के ओर से मिलल एह थाती, चाची के अजर अमर क देले बा । कोरोना हमनी से रेखा चाची के छिन लेहलस बाकिर चाची अपना गीतन अपना आवाज से हमनी के दिल में हर भोजपुरिया आ आवे वाला भोजपुरियन के दिल में आदि अनंत तकले बनल रहिहें ।
रेखा चाची , राउर चेहरा राउर बेटा-बेटा कहे वाला उ चेहरा बहुत याद आ रहल बा | राउर इ बेटा रउवा के बेर बेर नमन क रहल बा ।
श्रद्धांजलि !
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