फिल्म – भोला
निर्माता और निर्देशक -अजय देवगन
कलाकार -अजय देवगन, तब्बू, दीपक डोब्रियाल, विनीत कुमार,अमला पॉल और अन्य
प्लेटफार्म -सिनेमाघर
रेटिंग -तीन
इस साल साउथ की फिल्म दृश्यम 2 के हिंदी रीमेक की जबरदस्त कामयाबी के बाद अजय देवगन एक और साउथ फिल्म कैथी का हिंदी रीमेक लेकर आएं हैं. कैथी 2019 में रिलीज हुईं थी. खास बात है कि अजय इस फिल्म के अभिनेता होने के साथ -साथ फिल्म के निर्माता और निर्देशक भी हैं. उन्होने इस फिल्म को एक्शन फिल्म कहकर प्रचारित किया था और फिल्म के हर फ्रेम में एक्शन ही है. एक्शन नें फिल्म में रंग जमाया है,लेकिन इससे बाकी के इमोशन के रंग फिल्म में थोड़े धुंधले जरूर पड़ गए है. इसके बावजूद यह जबरदस्त एक्शन फिल्म एंटरटेन करने में कामयाब हुईं है.
एक आम आदमी के हौसले की कहानी
भोला की कहानी एक पिता (अजय देवगन )की है, जो दस साल बाद जेल से रिहा होकर अपनी बेटी से मिलने जा रहा है, जो कि एक अनाथालय में है, लेकिन कहानी में कुछ ऐसे मोड आ जाते हैं कि ड्रग माफिया का गिरोह उसके राह का रोड़ा बन जाता है. भोला की राह मुश्किलों से भरी है. उसकी राह में अड़चनें है और हर पल उसका सामना मौत से होता है. क्या वह ड्रग माफिया के गिरोह को उनके अंजाम तक पहुंचा पाएगा. यही आगे की कहानी है. भोला का किरदार जेल में क्यों था. कहानी के विलेन निठारी (विनीत कुमार ) से उसके गुज़रे अतीत का भी कनेक्शन है, लेकिन वह क्या और कैसे है. इसको फिल्म में नहीं दिखाया गया है. कहानी का यह सिरा सीक्वल के लिए छोड़ दिया गया है. फिल्म के आखिर में अभिषेक बच्चन भी नजर आते हैं, मतलब साफ है सीक्वल अगर बनता है, तो भोला और अभिषेक बच्चन के किरदार में भिड़ंत होनी तय है.
यहां कटे हैं नंबर
फिल्म एक मसाला फिल्म है. इसकी कहानी में अगर आप लॉजिक ढूंढने जाएंगे, तो फिल्म की कहानी और स्क्रीनप्ले में बहुत सारी खामियां दिखेंगीं. पुलिस की बेबसी अखर सकती है. फिल्म के संवाद में भोजपुरी का टच दिया गया है, जबकि लालगंज और प्रतापगढ़ का जिक्र कहानी में है. जहां भोजपुरी नहीं अवधि बोली जाती है. यहां मेकर्स को रिसर्च की जरूरत था. रवि बसरूर का बैकग्राउंड म्यूजिक थोड़ा लाउड हो गया है. गीत -संगीत की बात करें तो नजर लग जाएगी गाना अच्छा है. आइटम सांग पूरी तरह से वेस्ट है.
एक्शन और कैमरावर्क को पूरे नंबर
भोला पूरी तरह से एक्शन फिल्म है. फिल्म के हर दूसरे सीक्वेन्स में एक्शन है. एक्शन फिल्म कैथी भी थी, लेकिन भोला एक्शन के मामले में उसका रिमेक नहीं है. एक्शन सीक्वेंस में नयापन है. फिल्म में फिल्म के पहले ही सीन की शुरुआत जबरदस्त एक्शन के साथ होती है और यह फिल्म के मूड को बता देती है. फिल्म में बाइक के साथ वाला चेसिंग सीक्वेन्स अच्छा बना है. इसके साथ ही त्रिशूल के साथ फाइटिंग सीन भी दिलचस्प है. अजय देवगन की इस एक्शन फिल्म में जबरदस्त कैमरावर्क भी है. जिसके लिए असीम बजाज की तारीफ करनी होगी. फिल्म में कैमरा मूवमेंट एक जगह तो 90 डिग्री के एंगल पर जा पहुंचा है. जो इस फिल्म को 2 डी को एक अलग ही अनुभव बनाते हैं. कैमरावर्क और एक्शन में बहुत एक्सपेरिमेंट किया गया है.
कास्टिंग है जानदार
इस फिल्म के एक्शन के साथ -साथ इसकी यूएसपी इसकी कास्टिंग है. हर एक्टर अपने किरदार में पूरी तरह से रचा -बसा है. अजय देवगन एक्शन के साथ- साथ इमोशन, एग्रेशन, स्वैग के साथ -साथ अपने किरदार से जुड़े हर पहलू को भी बखूबी निभा गए हैं. तब्बू को तो अपने किरदार में रच -बस जाने में महारत है. इस बार भी वही करिश्मा दोहराती है. दीपक डोब्रियाल ने अपने किरदार के सनक को बखूबी जिया है. संजय मिश्रा,गजराज राव और विनीत कुमार भी उम्दा रहे हैं. बाकी के कलाकारों ने भी हर छोटी बड़ी भूमिका में अपनी छाप छोड़ी है.
देखें या ना देखें
दमदार एक्शन और जानदार एक्टिंग की वजह से यह फिल्म एक बार देखी जा सकती है.