*बीएचयू में 39वें ऑनलाइन राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन का हुआ आयोजन, एक भारत-श्रेष्ठ भारत का दिया संदेश*
*श्रीनारद मीडिया/ सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / काशी हिन्दू विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में “आत्मनिर्भर भारत: जागे युवा -जागे भारत” कार्यक्रम श्रृंखला में एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत 39वां ऑनलाइन राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में युवा कलाकारों ने शास्त्रीय गायन और वादन के माध्यम से एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश दिया।राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में अरुणोदय विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश के कुलपति प्रोफेसर विश्वनाथ शर्मा ने किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से हम भारत के राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करने की दिशा में बढ़ते हुए एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सफल होंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय संस्थान प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ के सचिव डॉ सजल कौशल ने युवाओं को संबोधित किया ।राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन कीअध्यक्षता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर महेंद्र कुमार सिंह ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि भारतीय संगीत के संवर्धन में ऐसे कार्यक्रमों का विशेष महत्व है जिस से जुड़कर युवाओं को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का बेहतर अवसर प्राप्त हो रहा है।आत्मनिर्भर भारत जागे युवा जागे देश और एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के आयोजन के विविध पक्षों पर भारत सरकार राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अशोक श्रोति ने प्रकाश डाला। राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन का शुभारंभ कुमायूं विश्वविद्यालय के छात्र प्रकाश चंद्र के तबला वादन से हुआ। उन्होंने अपने तबला वादन की प्रस्तुति कर उपस्थित जन समुदाय को मंत्रमुग्ध कर दिया।राष्ट्रीय युवा संगीत की दूसरी प्रस्तुति के रूप में मेरठ के युवा कलाकार स्नेह आशीष दुबे ने शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति की। उन्होंने अपने गायन का शुभारंभ राग यमन कल्याण में किया। इसके उपरांत उन्होंने कबीर भजन की प्रस्तुति की। इनके साथ तबला पर संगति कर रहे थे प्रसिद्ध तबला वादक पंडित प्रवीण कुमार दुबे। राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन का समापन जोधपुर के युवा कलाकार अखिल बोहरा के गिटार वादन से हुआ। उन्होंने राग विहाग में गिटार वादन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इनके साथ तबला वादन कर रहे थे अंतरराष्ट्र्रीय ख्याति प्राप्त तबला वादक पंडित हरिश्चंद्र बोहरा।राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया से पंडित प्रबोध बाली, आकाशवाणी पटना के पूर्व क्षेत्रीय केंद्र निर्देशक त्रिपुरारी कांत शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य संपर्क अधिकारी एवं विशेष कार्याधिकारी डॉ अंशुमाली शर्मा, राष्ट्रीय संगीत के परिवार के महानिदेशक पंडित देवेंद्र वर्मा, आकाशवाणी दरभंगा के संगीत के कार्यक्रम अधिशासी डॉ कुसुमाकर दूबे, पटना विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की अधिकारी डॉ पूनम सिंह, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की डॉ लावण्या कीर्ति सिंह काव्या, कार्यक्रम अधिकारी डॉ मोनिका अरोरा, डॉ एकता चौहान, डॉ रेनू भटनागर, डॉ रीता सिंह, डॉ सुनीता गुप्ता, डॉ सच्चिदानंद त्रिपाठी, डॉ भूपेंद्र कुमार, डॉ शीला गुप्ता, डॉ राम ठाकरे, डॉ उषा रविचंद्रन, डॉ भूपेंद्र सिंह, डॉ रीता सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने सहभागिता की।कार्यक्रम कार्यक्रम का संचालन और स्वागत डॉ बाला लखेन्द्र ने किया। धन्यवाद ज्ञापन अरुणोदय विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर पंकज बोरा ने किया।